अंजनी राय/ उमेश गुप्ता.
बलिया : प्रदेश के गृह सचिव व जनपद के नोडल अधिकारी ओपी वर्मा ने जिला अस्पताल तथा महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। दोनों जगह कई खामियां मिली। नोडल अधिकारी ने सीएमओ, सीएमएस व महिला सीएमएस को सुधार की कड़ी चेतावनी दी। साथ ही चिकित्सा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
नोडल अधिकारी श्री वर्मा सबसे पहले जिला चिकित्सालय में सीएमएस कक्ष में बैठकर सभी प्रकार के रजिस्टर की जांच की। इसके बाद दवा वितरण कक्ष व दवा स्टोर रूम का जायजा लिया। पूछताछ में स्टोर रूम में दवाओं की उपलब्धता संबंधी ऑनलाइन अपडेट की स्थिति नहीं दिखा पाए। दवाओं की उपलब्धता के संबंध में आने वाली दिक्कतों की भी जानकारी ली डॉक्टर और नर्स की कमी की बात सामने आने पर उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रदेश मुख्यालय को पत्र लिखें उन्होंने निर्देश दिया कि बायो मेडिकल वेस्ट का उठान प्रत्येक दिन हो पैथोलॉजी का संचालन बेहतर तरीके से हो और उसका लाभ जनता को मिले। अस्पताल की साफ सफाई व्यवस्था में भी सुधार लाने की बात कही।
गर्मी के मौसम को देखते हुए वार्ड की व्यवस्था में हो सुधार
महिला चिकित्सालय पहुंचे नोडल अधिकारी ओपी शर्मा ने प्रसव व जननी सुरक्षा योजना की जानकारी ली। जब वार्ड में गए तो वहां देखा कि पर्याप्त पंखे नहीं लगे हैं। इस पर सीएमएस को सख्त निर्देश दिया कि वार्ड में पंखे इस कदर लगाए जाए कि मरीजों को गर्मी न हो। वहां से डिलीवरी रूम की तरफ गए। उधर मरीजों से पूछ व्यवस्था की हकीकत जाना। अल्ट्रासाउंड नहीं होने की शिकायत पर उन्होंने कहा कि एसीएमओ संजय कुमार को यहां अटैच किया जाए। जननी सुरक्षा योजना में लंबित भुगतान करने के लिए सीएमओ व सीएमएस को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया। कह कि इससे देर होने पर कार्रवाई होगी। महिला अस्पताल की व्यवस्था पर उन्होंने कुछ सन्तोष जताया। कहा कि पुरुष अस्पताल में भी कम से कम ऐसी व्यवस्था हो जाए। इस दौरान उनके साथ डीएम भवानी सिंह खंगारौत, सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, सीएमओ डॉ एसपी राय आदि अधिकारी साथ थे।
नोडल अधिकारी ने लगाई जनचौपल, योजनाओ का किया सत्यापन, कहा – जो कमी हो उसे सुधारें, नहीं दे शिकायत का मौका
बलिया : नोडल अधिकारी व गृह सचिव ओपी शर्मा ने नगरा ब्लॉक के हरखबसन्त में जनचौपाल लगाकर जनता की समस्याएं सुनी। उन्होंने गांव में हुए विकास कार्यों व कल्याणकारी योजनाओं का सत्यापन ग्रामीणों से ही पूछकर दिया। ग्राम प्रधान व सचिव से कहा कि गांव में जो कमी हों उसे ठीक कराएं। प्रयास यही रहे कि किसी को शिकायत करने का मौका ही नहीं मिले।
चौपाल में जब राशन वितरण की बात आई तो ग्रामीणों ने बताया कि बीपीएल परिवार को गेहूं व चावल मिलाकर कुल 30 किग्रा अनाज 110 रुपये देने पर मिलता है, जबकि नियमानुसार 35 किग्रा अनाज 85 रुपये देने पर मिलना चाहिए। इस पर नोडल अधिकारी ने डीएसओ को जांच करने निर्देश दिया। कहा कि अगर कोटेदार दोषी मिले तो कार्रवाई करें। इसके अलावा गांव में कभी छिड़काव नहीं होने की बात सामने आने पर नोडल अधिकारी ने कहा कि अनटाइल्ड फंड के 10 हजार रुपये का सदुपयोग साफ-सफाई व छिड़काव में कराएं। प्रधान व एएनएम के संयुक्त खाते का संचालन नियमित हो।
चौपाल में ग्रामीणों के लिए हितकारी एक-एक योजनाओं की जानकारी दी गई। विशेषकर शौचालय निर्माण, स्वच्छता के प्रति जागरूकता की जरूरत बताई। ग्रामीणों ने बिजली के जर्जर तार होने के साथ विद्युत कनेक्शन में भी काफी दिक्कत होने की शिकायत की। विद्युत विभाग के अधिकारी से बात करने के बाद नोडल अधिकारी ने कहा कि 22 अप्रैल को गांव में कैंप लगेगा, जिसमे आसानी से कनेक्शन होगा। जल्द ही जर्जर तार बदलने की प्रक्रिया भी शुरू होगी। मनरेगा योजना के तहत हुए कार्य का सत्यापन करते हुए भुगतान आदि की भी जानकरी ली। चौपाल में अधिकारियों द्वारा बताया गया कि गांव में 21 अतिकुपोषित बच्चे थे, जिनमें 15 ठीक हो गए हैं। शौचालय निर्माण भी तेजी पर है। 223 पशुओं का टीकाकरण हुआ है।
प्राथमिक स्कूल का किया निरीक्षण
नोडल अधिकारी व जिलाधिकारी ने नगरा शिक्षाक्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय हरखबसन्त के निरीक्षण के दौरान अध्यापक को निर्देश दिए कि नामांकन युद्धस्तर पर करें। एक भी बच्चा छूटे नहीं। बेहतर पठन पाठन का माहौल बने। पढ़ाई ऐसी हो जिससे ग्रामीणों का भरोसा परिषदीय विद्यालय पर जगे।
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