सिवान बिहार. केन्द्रीय परिवहन मंत्रालय ने डिजिटल इंडिया के तहत देशभर में ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस सुविधा देने के लिए नया ऐप जारी किया था। जिला कार्यालय में भी इस ऐप के माध्यम से काम शुरु किया जा चुका है। इस ऐप के जरिए नया लाइसेंस लेने की प्रक्रिया सरल होने के साथ-साथ भ्रष्टाचार मुक्त होगी। अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए परिवहन कार्यालय का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। साथ ही अब लंबे समय तक डीएल का इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा।
सारथी सॉफ्टवेयर के आ जाने के बाद ऑनलाइन आवेदन कर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिले के लोग अब घर बैठे डुप्लीकेट डीएल के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। यानि जिनका लाइसेंस गुम हो गया है, वह भी घर बैठे ही डुप्लीकेट डीएल निकाल सकते हैं। इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि सॉफ्टवेयर शुरू होने के बाद परमानेंट डीएल के आवेदक मैनुअल के साथ ऑनलाइन आवेदन जमा कर पाएंगे। लेकिन लर्निंग डीएल के लिए ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य होगा।
नए साफ्टवेयर से काम होगा आसान
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए होने वाली बायोमैट्रिक प्रक्रिया और अंगूठे के निशान लेने की प्रक्रिया में बदलाव करते हुए अंगूठे को प्रतिबंधित कर दिया है। इसमें आवेदक को ड्राइविंग ऑनलाइन टेस्ट के बाद केवल फोटो खिंचवाना पड़ेगा। केवल फोटो के लिए आवेदक को परिवहन कार्यालय आने की जरूरत पड़ेगी। बाकी का काम सॉफ्टवेयर करेगा।
घर से ही बदलवा सकते हैं अपना पता
सारथी-4 सॉफ्टवेयर चालू होने से अब कोई भी आवेदक घर बैठे डीएल का पता बदलवा सकता और विदेश में बैठा आवेदक इंटरनेशनल डीएल का आवेदन कर सकेगा। डीएल के आवेदन की प्रक्रिया पूरी करके फीस जमा करने के बाद वह अपनी सुविधा के अनुसार बायोमेट्रिक करा सकता है। वहीं, डुप्लीकेट डीएल बनवाने के लिए आरटीओ में भटकने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए आवेदक को ऑनलाइन फीस जमा करना होगा। इसके बाद आरटीओ डुप्लीकेट डीएल को वेबसाइट पर अपलोड कर देगा। जिसके बाद आवेदक आसानी से इसे किसी भी जगह से डाउनलोड कर प्रिंट करवा सकेंगे।
सारथी एप से ये होगंे फायदे :
इस एप से वाहन पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस, ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूवल, साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूवल करने के लिए किसी भी राज्य में बैठकर किया जा सकेगा। इसके लिए मूल राज्य में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके लिए ना तो लाइन में लगने की जरूरत पड़ेगी और ना ही किसी परिवहन विभाग के अधिकारी या सिपाही को घूस देकर काम कराने के लिए विवश होना पड़ेगा।
सारथी एप से डीटीओ कर्मचारियों को भी हो रहे है फायदे :
डीटीओ कार्यालय में कार्यरत अमोद कुमार बताते है कि इसके आ जाने से काम काफी आसान हो गया है। पहले लंबी लंबी लाइनें लगी रहती थी लेकिन अब लाइनों का झंझट नही होता। लाइसंेस के लिए जो भुगतान है वह भी इसके कारण ऑनलाइन हो गया है।
क्या कहते है अधिकारी
जिला परिवहन पदाधिकारी, सीवान, कृष्ण मोहन प्रसाद ने कहा कि डिजिटल इंडिय़ा को आगे बढ़ाने के लिए परिवहन विभाग ने इस एप का निजात किया। इस एप के बनाए जाने के बाद परिवहन विभाग और रफ्तार से काम कर पायेगा। एप का सबसे बड़ा फायदा तो यह है कि अब हर कोई जो कि स्मार्टफोन चला लेता है, इस एप का उपयोग आसानी से कर पाएगा। गत माह सारथी सॉफ्टवेयर में बदलाव कर बिना थम्ब इंप्रेशन के लाइसेंस बनाने शुरू किए गए थे। कुछ दिनों तक परेशानी आई थी लेकिन इस माह से सारथी से ही डीएल बनाए जा रहे हैं।
ए0 जावेद वाराणसी: वाराणसी के लंका पुलिस ने दो शातिर चोरो को कीमती चोरी के…
ईदुल अमीन डेस्क: अजमेर शरीफ़ दरगाह के अंदर शिव मंदिर होने के दावे को लेकर…
शफी उस्मानी डेस्क: बुलंदशहर की एक अदालत ने एक निजी मधुमक्खी पालन केंद्र में चोरी…
मो0 कुमेल डेस्क: अजमेर दरगाह के शिव मंदिर होने के दावे के साथ दाखिल याचिका…
माही अंसारी डेस्क: अजमेर दरगाह में शिव मंदिर के दावे वाले मुकदमे को सुनवाई के…
तारिक आज़मी डेस्क: संभल की जामा मस्जिद मामले में दाखिल याचिका पर सुपर फ़ास्ट स्पीड…