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शहर में तेज बारिश से स्थिति हो जाएगी बेहद खराब

कनिष्क गुप्ता

इलाहाबाद: यह तंत्र के काम का अजीब नमूना है। तय है कि गर्मी के बाद बरसात आएगी। बारिश होगी तो ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं होगा तो समस्याएं खड़ी होंगी। घर के घर, मोहल्ले के मोहल्ले डूबेंगे। सड़कें ठीक नहीं होंगी तो आते-जाते समय जिंदगी भी खतरे में पड़ सकती है। यह सब जानते हुए जिम्मेदार संस्था व अफसरों ने बचाव के लिए क्या तैयारी की। कुंभ के काम के नाम पर सड़क खोद दी, मलबे नालों में समा गए, या सड़क के किनारे पड़े हैं। इससे शहर के कई नाले बंद हो चुके हैं। निर्माणाधीन कार्यो की वजह से पानी का बहाव कई क्षेत्रों में अवरुद्ध हो गया है। सफाई के अभाव में शहर के नाले भी चोक हो चुके हैं। रुककर हो रही बारिश तो मुसीबत में डाले ही ही है, यदि झमाझम बारिश होगी तो नगर निगम और एडीए की लापरवाही से शहर का आधा हिस्सा डूबना तय है। जब तक इसकी जिम्मेदारी तय करके कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक साल दर साल यह स्थिति बनती रहेगी।

कुंभ मेले के मद्देनजर शहर में नाले-नालियों का निर्माण कार्य नगर निगम और इलाहाबाद विकास प्राधिकरण करा रहा है। निगम सात नालों का आरसीसी निर्माण करा रहा है। जहां सड़कें बनाई जा रही हैं, उसके साथ भी ड्रेनेज का काम भी चल रहा है। आरसीसी नालों के निर्माण का काम करीब 70-80 फीसद तक पूरे होने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन झमाझम बारिश में सारी असलियत तैरने लगेगी। वहीं, प्राधिकरण की ओर से नवाब यूसुफ रोड, कानपुर रोड पर एक साइड, स्टेनली रोड, मधवापुर में पुरानी जीटी रोड समेत उन मार्गो पर ड्रेनेज का काम कराया जा रहा है, जहां वह रोड चौड़ीकरण का काम करा रहा है। नवाब यूसुफ रोड का नाला पूरा नहीं हो सका। पानी की टंकी फ्लाईओवर के बगल से लूकरगंज जाने वाले नाले में मलबा भरा है। हालांकि, क्षतिग्रस्त नाले का निर्माण कराया जा रहा है। यहां धड़ाम हो चुकी है व्यवस्था

हिम्मतगंज में पुरानी जीटी रोड, इलाहाबाद-कौशांबी मार्ग पर फिलहाल ड्रेनेज व्यवस्था ध्वस्त है। टीपी नगर, मीरापुर, तेलियरगंज, शिवकुटी, छोटा बघाड़ा, सिविललाइंस में गोबर गली, अल्लापुर क्षेत्रों में सड़कों के साथ ड्रेनेज (जल निकासी) के काम संयुक्त रूप से कराए जा रहे हैं। सबसे बड़े नालों में शुमार चाचर, घाघर, परेड ग्राउंड समेत कई नालों की सफाई ठीक से नहीं हुई है। सिल्ट और गंदगी से पटे होने के तेज बारिश होने पर स्थिति बेहद खराब होगी और कई मुहल्ले डूबेंगे। 42 बड़े नाले संभालते हैं मोर्चा

शहर की जल निकासी के लिए करीब साढ़े तीन सौ नाले हैं। इसमें से 42 ऐसे बड़े नाले हैं जो बारिश के पानी का मोर्चा संभालते हैं। इन्हीं नालों में मझोले और छोटे नाले मिलते हैं। बड़े नालों में से कुछ की लंबाई छह-सात किमी से ज्यादा है। यह कई वार्डो से होकर गुजरते हैं। ये हैं शहर के बड़े नाले

टीपी नगर, श्रीराम स्वीट हाउस प्रीतमनगर, कर्बला जैन मंदिर के पास, जीआइसी के सामने, चाचर, शनि देव मंदिर से कल्याणी देवी पार्क होते हुए चाचर नाला तक, कानपुर रोड, जवाहर लाल नेहरू रोड, एलआइसी कालोनी, बैंक रोड बेकरी से डीपी रोड शुलभ कांप्लेक्स तक, अपट्रान चौराहा से कैलाशपुरी होते हुए अमिताभ बच्चन पुलिया, वाल्मीकि चौराहा से नगर निगम मोड़, आकाशवाणी के पीछे से थाना कैंट कछार तक का नाला, बख्तियारी से पुलिस लाइन होते हुए गंगा मेमोरियल स्कूल राजापुर तक का नाला है। रोडवेज वर्कशाप से म्योर रोड होते हुए भोला माली का नाला कछार तक, मास्टर जहरूल हसन मार्ग का नाला, ममफोर्डगंज में हरिजन बस्ती का नाला, कुंदन गेस्ट हाउस से संगम पेट्रोल पंप तक का नाला, कृति स्कैनिंग सेंटर से मेडिकल चौराहा, सीएमपी डिग्री कालेज, गूंगा बहरा स्कूल होते हुए रौजा सोहबतियाबाग, नया पुरवा से म्योराबाद, जमुना चक्की से त्रिपाठी चौराहा, थार्नहिल रोड से धोबीघाट चौराहा, खरबंदा मार्केट मोड़ से कूपर रोड, आजाद स्क्वायर, पुराना बैरहना में राजेंद्र चक्की से नवीन महिला इंटर कालेज के सामने सुलभ कांप्लेक्स तक, लेडीज पार्क से महिला सेवा सदन इंटर कालेज से गोरा कब्रिस्तान का नाला, संत निरंकारी का नाला, रामबाग, मोरी गेट, हंडिया बाबा, बाघंबरी रोड, एफसीआइ गोदाम, डंडिया, अल्लापुर में 80 फीट, मटियारा रोड, मटियारा रोड से विनोद शुक्ला की गली, मटियारा रोड से गीता निकेतन, परेड, चकभटाई, नैनी जेल और जवाहर लाल नेहरू रोड से फोर्ट रोड सोहबतियाबाग तक का नाला।

नालों की स्थिति एक नजर में

– नालों की संख्या 350 (लगभग)

– 42 बड़े, 141 मझोले, 165 छोटे नाले

– बड़े नालों की चौड़ाई पांच और गहराई छह-सात फीट। लंबाई 6 से 7 किमी. (लगभग)

– मझोले नालों की चौड़ाई तीन फीट, गहराई पांच फीट और लंबाई दो से तीन-चार किमी. (लगभग)

– छोटे नालों की चौड़ाई दो से तीन फीट, गहराई तीन फीट, लंबाई एक से डेढ़-दो किमी. (लगभग) इन नालों का आरसीसी निर्माण

– दारागंज में बक्शी खुर्द से प्रयाग स्टेशन तक

– अलोपीबाग में एफसीआइ गोदाम के पास का नाला

– दारागंज में बक्शी बांध के पास सुलभ कांप्लेक्स से प्रयाग घाट तक का नाला

– माल गोदाम रोड से प्रयाग स्टेशन तक का नाला

– जवाहर लाल नेहरू रोड का नाला अलोपीबाग में फोर्ड रोड चौराहा तक

– अल्लापुर में रेलवे लाइन के किनारे एमएल कांवेंट स्कूल से कृष्णा सिंह के घर तक का नाला

– बालसन चौराहा से सोहबतियाबाग तक क्षतिग्रस्त नाले का निर्माण

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