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SCST/ के विरोध में सैकड़ों लोगों ने मार्ग जामकर काटा हंगामा, सौंपा ज्ञापन

सरताज खान

गाजियाबाद। लोनी एससी/एसटी एक्ट के विरोध में भारत बंद के आह्वान का समर्थन करते हुए लोनी के दो नंबर बस स्टैंड पर ब्राह्मण समाज व अन्य सैकड़ों लोगों ने मिलकर एससी एसटी एक्ट के विरोध में जमकर हंगामा काटा। इस दौरान प्रदर्शन कर रही भीड़ ने वहां खुली कुछ दुकानों को बंद करा दिया। तथा उक्त संदर्भ में माननीय राष्ट्रपति महोदय के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। प्रदूषण के दौरान किसी अप्रिय घटना के मध्यनजर वहा सुरक्षा की दृष्टि से स्थानीय थाना प्रभारी रोजंत त्यागी मय पुलिस बल तैनात रहे।

माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा लिए गए एससी एसटी एक्ट पर जनहित में लिए गए फैसले के समर्थन में अपनी पूर्व घोषणा नुसार गुरुवार सुबह लगभग 11 बजे दो नंबर बस स्टैंड के निकट दिल्ली-सहारनपुर मार्ग पर उतरे ब्राह्मण समाज के सैकड़ों लोगों ने वहां मार्ग अवरुद्ध कर दिया और वहा जमकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने वहा खुली कुछ दुकानों को भी बंद करा दिया। सूचना पाकर मय पुलिस बल मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों द्वारा वहां जबरन दुकानें बंद कराए जाने पर रोक लगा दी। इसके बाद लगभग डेढ़ घंटे तक हंगामा काटने के बाद उनके बीच पहुंचे पुलिस क्षेत्राधिकारी दुर्गेश कुमार को उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एससी एसटी एक्ट पर दिया गया फैसला जनहित में जारी सही था। जिसमें आरोपी को धारा 438 के तहत जांच कराने के बाद ही गिरफ्तार किया जा सकता था। केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी अपने संसदीय संख्या बल का उपयोग करते हुए दलित तुष्टिकरण की राजनीति के कारण सरकार ने संसद के सत्र में पुराने कानून को बहाल करने के लिए विधेयक पारित करा दिया एवं दंड प्रावधान को और कठिन बना दिया है। जिसमें अग्रिम जमानत के प्रावधान को भी अधिनियम की धारा 18 अब 18 ए को खत्म कर दिया गया। फैसले के बाद मौलिक अधिकारों में आने वाले न्यायिक अधिकार का हनन है जो किसी भी सूरत में मान्य नहीं है। अतः सत्ता में बैठी भाजपा सरकार से आग्रह है कि जनहित में जारी माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए लोकसभा में सहमति बनाएं रखने के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर आम सहमति बनाएं जिससे की आम जनमानस सबका साथ-सबका विकास यह विश्वास बना रहे। अन्यथा राष्ट्रवादी सवर्ण महासंघ आंदोलन के लिए मजबूर होगा।

ज्ञापन सौंपने के बाद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हटाते हुए मार्ग का आवागमन सुचारु कराया हालकि इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने उपद्रव करने की भी कोशिश की जिन्हें पुलिस ने लाठियां बांधते हुए तितर-बितर कर दिया। प्रदर्शनकारियों में मुख्य रूप से ललित शर्मा, निर्गुण शर्मा, पंडित प्रवेश दत्त भारद्वाज, सुनील कुमार व मनीष कुमार आदि समेत सैकड़ों लोग साथ रहे।

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