भीम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र ने कहा, ‘अत्याचार करने वालों को भीम सेना यमलोक पहुंचाती है। ताजमहल मुस्लिमों ने बनाया था। इसका पैसा सरकार नहीं मुस्लिम समाज के पास आना चाहिए। मुस्लिम समाज ने देश को जितनी धरोहर दी हैं, उतनी कहीं नहीं हैं। इन स्मारकों की कीमत करोड़ों रुपये में हैं। एक मुस्लिम एपीजे अब्दुल कलाम ने देश को परमाणु शक्ति दी। वह संविधान मानते हैं तो दलित-मुस्लिमों को मान-सम्मान क्यों नहीं देते। वे मनुस्मृति से काम क्यों नहीं करते? भीम सेना को मनुवादियों की जान लेनी पड़े तो भी वह पीछे नहीं हटेगी। किसी ने मूल निवासियों की बहन-बेटियों को हाथ लगाया तो हाथ काट देंगे। 2 अप्रैल को जो कुछ हुआ, वह एक ट्रायल था।
यही नहीं, मान ने दावा किया कि चंद्रशेखर की भीम आर्मी और भीम सेना साथ मिलकर काम कर रही हैं। देश के 29 राज्यों तक संगठन का विस्तार हो चुका है। सेना के प्रदेश अध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा कि सिर्फ जनेऊ धारण करने वाले ही इस देश में हिंदू हैं। हम बीजेपी सरकार को किसी भी कीमत पर सत्ता में नहीं आने देंगे। हर बूथ पर भीम सेना के कार्यकर्ता ईवीएम तोड़ेंग