आफ़ताब फ़ारूक़ी आदिल अहमद
27 अक्तूबर 2018 को, नाइजीरिया के स्थानीय मीडिया में छपी तस्वीर में आईएमएन के सदस्यों के राजधानी अबूजा के उत्तरी भाग में स्थित ज़ूबा इलाक़े में शांतिपूर्ण जुलूस के स्थल पर मौजूद सुरक्षा बल नाइजीरिया में शिया समुदाय के जुलूस पर, जो इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चेहलुम के अवसर पर निकला था, सैनिकों ने हमला किया, जिसमें कम से कम 10 श्रद्धालु शहीद हुए।
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के श्रद्धालुओं पर यह हमला ऐसी स्थिति में हुआ कि प्रशासन ने इमाम हुसैन के चेहलुम के शोक समारोह के आयोजन के विरोध में किसी तरह की कोई चेतावनी नहीं दी थी। नाइजीरियाई सुरक्षा बलों की दमनकारी कार्यवाही में शहीद होने वाले नाईजीरिया के इस्लामी आंदोलन के सदस्य थे। पिछले कई साल से इस गुट के ख़िलाफ़ सरकार दमनकारी कार्यवाही कर रही है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, नाइजीरिया के नाइजर राज्य के सुलेजा शहर से लोग राजधानी अबूजा के निकट इकट्ठा हुए थे कि इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का 3 दिन चेहलुम मनाएं। इस्लामी आंदोलन ऑफ़ नाइजीरिया का कहना है कि सैनिकों ने मार्च करने वालों पर बिना किसी भड़काउ क़दम के बग़ल से फ़ायरिंग शुरु कर दी। इस बयान में आया हैः “आंदोलन सुरक्षा बलों की कार्यवाही की कड़ाई से निंदा करता क्योंकि मार्च शांतिपूर्ण था, बल्कि जुलूस ख़त्म होने वाला था कि बिना किसी भड़काउ क़दम के सैनिकों ने फ़ायरिंग शुरु कर दी।”
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