आफताब फारुकी
नई दिल्ली। चुनावी नतीजों से पहले रुझानों को देखते हुए अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बीजेपी बिना मुद्दे के चुनाव लड़ी। चुनावी भाषणों में पीएम मोदी ने जिस भाषा का प्रयोग किया, वह भी गलत था।उन्होंने कहा कि आज देश में जो माहौल है, वह खतरनाक है। आरबीआई के गवर्नर का इस्ताफा देना काफी दुखद है। उन्हें मजबूर होकर इस्तीफा देना पड़ा। यह घटना असामान्य है। राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे उठाए, रोजगार, महंगाई के मुद्दे उठाए। ये जिस तरह से देश में शासन कर रहे हैं उससे देश में दुख का माहौल है। यह माहौल लोकसभा चुनाव का संकेत है।
अशोक गहलोत ने कहा कि देश में अच्छे दिन आए नहीं। न तो 2 करोड़ लोगों को नौकरी मिली। न तो कालाधान विदेश से आया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की बहुमत की सरकार राजस्थान में आ रही है। लोकतंत्र में सबको साथ लेकर चला जाता है। करीब 30 साल बाद इतने बहुमत से बीजेपी की सरकार बनी। मगर वह कांग्रेस को भी साथ लेकर नहीं चल पाए। विपक्ष की बातों को वह अनसुना करते रहे। कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाले खुद मुक्त हो जाएंगे।
शाहीन अंसारी वाराणसी: विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा…
माही अंसारी डेस्क: कर्नाटक भोवी विकास निगम घोटाले की आरोपियों में से एक आरोपी एस…
ए0 जावेद वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षाशास्त्र विभाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी…
ईदुल अमीन डेस्क: सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने संविधान की प्रस्तावना में…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…