आदिल अहमद
कानपुर। फसलों को नुकसान पहुंचाने के बाद किसानों ने जिस तरह से
मवेषियों को स्कूलों में बंद किया,उसके बाद शासन काफी तेजी से सक्रिय हुआ है। इसी मुद्दे को लेकर मंडलायुक्त ने अफसरों के साथ बैठक की और सभी गौशालाओं को चालू करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही
सड़क पर घूमती आवारा गायों को अब भौंती गौशाला भेजा जाएगा। यही नही,
बकरमंडी स्लाटर हाउस में कांजी हाउस बनाया जाएगा,जहां पर पुलिस की सुरक्षा में जानवरों को रखा जाएगा।
सचेंडी समेत विभिन्न जगहों पर जिस तरह से फसलों को नुकसान पहुंचाने पर किसानों ने गायों को प्राइमरी स्कूलों में बंद किया,वह एक बड़ा मुद्दा बना। इसी के बाद शासन में बैठे अफसर भी हरकत में आए। इसी मुद्दे को लेकर बुधवार को मंडलायुक्त सुभाषचंद्र शर्मा ने अपने कैंप कार्यालय में अफसरों के साथ बैठक की। इस बैठक में मंडलायुक्त ने कहा कि,1.20 करोड़ की धनराशि हर जिले को आवंटित की जा चुकी है,ऐसे में सभी गौशालाओं को चालू किया जाना सुनिष्चित किया जाए। अपर निदेशक पशुपालन को भी निर्देश दिए गए कि,आवारा जानवरों को हर हालत में कांजी हाउस भिजवाया जाए।
बैठक में मंडलायुक्त ने नगर आयुक्त संतोष शर्मा को निर्देषित किया कि,आवारा पषुओं को पांच हजार क्षमता वाली भौंती गौशाला भेजा जाए। इसके साथ ही बकरमंडी स्लाटर हाउस में एक कांजी हाउस बनवाने को कहा गया,यहां पर पुलिस सुरक्षा में गायों को रखने के उन्होंने निर्देश दिए। कांजी हाउस में जानवरों के खाने,दवा और सफाई की व्यवस्था भी की जाएगी। बैठक में डीएम विजय विश्वास पंत ने बताया कि,बड़े जानवरों पर 50 और छोटे जानवरों पर 25 रूपए प्रतिदिन का खर्च आएगा।
इसी को आधार मानते हुए मंडलायुक्त ने जानवरों पर खर्च करने को कहा,सभी पशु चिकित्साधिकारियों को भी निर्देष दिए गए कि, वह अपने क्षेत्र में बीमार पशुओं का इलाज करें। इसके साथ ही कांजी हाउस और गौशाला के प्रभारी अफसरों को कहा गया कि, यदि कोई जानवर छुड़ाने आता है तो संबंधित व्यक्ति की फोटो और आईडी जमा की जाए। यही नहीं प्रभारी अधिकारी संबंधित व्यक्ति के घर जाकर भी जांच करेगा कि,जहां पर जानवर गया है वह पहुंचा है कि नहीं।