मधेपुरा जिला के माध्यमिक शिक्षक संघ ने सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

जावेद अख्तर

मधेपुरा बिहार -: मधेपुरा में बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर अनुदानित मध्यमिक विद्यालय के अधिग्रहण हेतु महासंघ के मधेपुरा जिला अध्यक्ष सुधीर कुमार के नेतृत्व में संघर्ष जत्था स्थानीय कॉलेज चौक से कर्पूरी चौक होते हुए समाहरणालय पहुंच कर समाप्त हुई।

जिला अध्यक्ष कुमार ने कहा कि प्रदेश में 715 अनुदानित मध्यमिक विद्यालय विगत 35 वर्षों से संचालित है, जिसके पास पर्याप्त भूमि, भवन, उपस्कर एवं संसाधन उपलब्ध है. विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को साइकिल, पोशाक एवं अन्य सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है।

मानस मंडल के तहत शिक्षाकर्मियों का पद, कोषागार से अनुदान भुगतान, सेवा निवृत्ति, विकास कोष एवं छात्र को सभी संबंधित सरकारी नियम से संचालित होता है. जब राज्य में इसी तरह के अल्पसंख्यक मदरसा एवं संस्कृत विद्यालयों जिसके पास भूमि, मकान एवं अन्य संसाधनों का नितांत अभाव है और धार्मिक एवं व्यक्तिगत स्थान पर संचालित है। इन विद्यालयों के शिक्षककर्मियों को सरकारी स्कूलों के शिक्षककर्मियों की भांति वेतन दिया जा रहा है, तो अनुदानित मध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक को क्यों नहीं।

जिला सचिव वचस्पति मिश्र ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार आगामी संसदीय चुनाव से पूर्व 750 माध्यमिक विद्यालयों का अधिग्रहण या अराजकीय अल्पसंख्यक मदरसा एवं संस्कृत विद्यालयों के शिक्षक कर्मियों के समान वेतन देने की घोषणा नहीं करती है तो अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों का संघ जाता चल चुका है, आगामी संसदीय एवं विधानसभा चुनाव में वर्तमान सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का काम करेंगे।

मौके पर प्रांतीय कोषाध्यक्ष सुभाष चंद्र, प्रधानाध्यापक अशोक कुमार, नंदकिशोर यादव, प्रभाकर सिंह, अशोक कुमार, प्रवीण कुमार, मणिभूषण सिंह, प्रभास कुमार, शशिशेखर सुधाकर, दयानंद शर्मा, मनोज कुमार, गोपाल शर्मा, रश्मिरानी, मदन मोहन महतो, संजीव कुमार, मोहम्मद जलालुद्दीन, हरेराम कुमार, प्रमोद कुमार गुप्ता, संजय कुमार सहित सैकड़ों शिक्षक कर्मी उपस्थित थे।

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