सवाल ये नहीं कि वो मुझे टिकट देंगे कि नही, बल्कि ये पूछे मैं टिकट लूँगा कि नही – शत्रुघ्न सिन्हा
अनिल कुमार
पटना. मोदी सरकार और उसकी नीतियों पर हमेशा से हमलावर रहे भाजपा सांसद और पूर्व अभिनेता शत्रुधन सिन्हा ने इस बार एक बयान देकर सियासी हलके में हलचल पैदा कर दिया है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि इन दिनों यह कहा जा रहा है कि उन्हें पार्टी टिकट देगी या नहीं? लेकिन सवाल तो यह है कि वे टिकट मांगेंगे क्या? वे भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यह कोई नहीं पूछता। शत्रुघ्न सिन्हा पटना में एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना जमकर किया। यह भी कहा कि उन्होंने हमेशा देश को पार्टी से बड़ा माना है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने नोटबंदी व जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से देश को भारी नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई पता नहीं कब होगी। यही हालत जीएसटी की भी है। उन्होंने सवाल किया कि अगर इसमें गड़बड़ी नहीं है, तो इसमें बार-बार संशोधन की जरूरत क्यों पड़ रही है? किसानों की दुर्दशा की चर्चा करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि खेती अब घाटे का सौदा बन गई है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। किसानों को बिजली-पानी व बीज आदि मुफ्त में दिए जाने चाहिए।
विदित हो कि भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा अपने पार्टी लाइन के खिलाफ बयानों के लिए जाने जाते हैं। पार्टी ने उन्हें फिलहाल हाशिए पर रख दिया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा उन्हें चुनाव का टिकट न दे। वही दूसरी तरफ जानकर मानते है कि काशी से मोदी अगर चुनाव लड़ते है तो उनके खिलाफ शत्रुधन सिन्हा चुनाव का बिगुल फुक सकते है। यदि इस समीकरण को मान लिया जाए तो फिर वाराणसी लोकसभा सीट पर घमासान होने और मोदी के लिये मुश्किल खडी होने की संभावना बढती जा रही है। कारण है कि उनके खिलाफ हार्दिक पटेल और अनुप्रिया पटेल के भी चुनाव लड़ने की संभावना है। शत्रुधन सिन्हा के भी चुनावों में आने पर भाजपा के वोट बैंक में सेंधमारी की संभावना बढ़ जायेगी क्योकि पुराने कई भाजपा नेता जो मोदी के खिलाफ लगातार बयानबाजी करते रहते है उनके भी चुनाव प्रचार में आने की संभावना बढ़ जायेगी जो भाजपा के लिये मुश्किलें खडी कर सकता है।