अनुपम राज
वाराणसी। आज कोतवाली थाना अंतर्गत मैदागिन के पास पत्रकार बच्चा गुप्ता उर्फ़ बजरंगी भाई जान पर हमला करने वाले गिरफ्तार युवक के बारे में कई अहम् सुराग हमारे हाथ लगे है। हम पहले ही बता चुके है कि पुलिस के गिरफ्त में आया युवक झारखण्ड के रांची का कुख्यात बदमाश है और इसके ऊपर कई मुक़दमे दर्ज है। यह खुलासा हमारे सम्पादक तारिक आज़मी ने पत्रकार पर हुवे हमले के बाद वही कोतवाली में ही बैठ कर अपने झारखण्ड और बिहार के सहयोगी पत्रकारों और झारखण्ड पुलिस से जानकारी हासिल करने के बाद किया गया था। इसी बीच जानकारी होने पर इसका संरक्षणदाता आका जो दौरान सपा के प्रदर्शन थाने पर मौजूद था अचानक सरक लिया। अब इस मामले में हमारे हाथ कुछ और भी अहम् सुराग लगे है।
ज़मानत के बाद इसने उसी साल काठाटोली खादगढ़ा बस स्टैंड पर रंगदारी के लिये इसने गोली चला कर अपना वर्चस्व कायम किया था। इसके बाद छोटे बड़े कई और अपराध में इसका नाम आना शुरू हुआ। इसके अपराधिक गुरु सोनू इमरोज़ का वर्चस्व भी इसी युवक के बल पर शहर में बढ़ता जा रहा था। झारखण्ड पुलिस का मानना है कि रंगदारी और वसूली से सम्बंधित सोनू इमरोज़ का सभी काम ये ही देखता था। सोनू इमरोज़ और इसके नाम का सिक्का रांची में चलने लगा था। इसी दौरान पुलिस को शक हुआ कि सकीब उर्फ़ गोलू नाम का यह युवक असलहो की तस्करी भी करता है। इस बात के कुछ साक्ष्य पुलिस को तब लगे जब कोतवाली राची पुलिस ने इसको बड़ा तालाब मुर्गी फ़ार्म के पास 8 अगस्त 2018 को इसे धर दबोचा था। इसकी जामा तलाशी में इसके पास से एक देसी पिस्तौल, एक रिवाल्वर और दो जिंदा कारतूस बरामद हुवे थे। उस गिरफ़्तारी के बाद यह जेल में थे।
इसी दौरान इसका आका गैंग लीडर सोनू इमरोज़ पुलिस मुठभेड़ में रांची में मारा गया। उसके मरने के बाद ये हिंदीपीढी स्थित किराये का मकान छोड़ कर पुनदाग इलाके में अपना खुद का मकान बनवाकर रहने लगा। सोनू इमरोज़ के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद ये अपने निकटस्थ साथी के साथ बनारस आकर यहाँ दालमंडी – नई सड़क इलाके में अपने नये सरपरस्त सपा नेता के पास उसकी सुरक्षा हेतु रहने लगा है। हमारे वाराणसी स्थित दालमंडी और नई सड़क के सूत्रों की माने तो इसका एक साथ और भी है जो इसके ही कद काठी का है और वह भी इसके साथ हमेशा इस सपा नेता के साथ रहता है। सूत्र बताते है कि इसके पास बिहारी वेश भूषा और बोलचाल के लोग अक्सर आया जाया करते है। क्षेत्र में ये किसी से बात नही करता है और हमेशा खामोश खामोश सा रहता है। वही इसका दूसरा साथी भी किसी से बातचीत नही करता है और खामोश रहता है।
इसके बारे मे जिस प्रकार से जानकारियाँ मिल रही है उसको देख कर तो प्रतीत होता है कि सपा नेता द्वारा कही न कही कुछ न कुछ छुपाया जा रहा है। जो शायद समाज के लिये घातक हो सकता है। अब देखना है कि पुलिस प्रकरण में किस प्रकार से काम करती है क्योकि झारखण्ड का कुख्यात कब से यहाँ रह रहा है ये भी शक के दायरे में है। जहा सपा नेता का कहना है कि वह पिछले पंद्रह बीस दिन से यहाँ आये हुवे है वही दूसरी तरफ दालमंडी में चर्चाओ को आधार माने तो ये लम्बे समय से साथ में रहता है।
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