ए. जावेद
वाराणसी। चलिये साहब गुजिस्ता शब गुज़र चुकी है। घुबार ठन्डे हो चुके है। गुजिस्ता शब की गुबार का गुस्सा ठंडा पड़ चूका होगा। पार्षद पति के तहरीर पर पुलिस ने सम्बंधित धाराओ में मुकदमा दर्ज कर लिया है और विवेचना शुरू कर दिया है। कुछ नाम भी सामने आने लगे थे रात को ही। अमूमन खामोश और बनारसी मस्ती में सराबोर आदमपुर थाना क्षेत्र का बुनकर बाहुल्य मोहल्ला छित्तनपुरा में कल देर रात कतिपय मनबढ़ युवको ने पार्षद पति और कांग्रेस नेता साजिद अंसारी पर पथराव कर दिया था। मामला था तो बहुत मामूली मगर उग्र रूप ले सकता था क्योकि इस क्षेत्र में साजिद अंसारी के काफी समर्थक है. मगर मात्र 5 मिनट में सुचना पाकर पहुचे प्रभारी आदमपुर आशुतोष ओझा ने तत्काल हालात पर अपने टीम के साथ नियंत्रण पा लिया। उपद्रवी लड़के मौके से भाग चुके थे। मामला जो संज्ञान में आया वह ये था कि पार्षद पति के नाबालिग भांजे से क्षेत्र के ही एक अन्य नाबालिग बच्चे से कुछ कहासुनी हुई थी। जिसको लोगो ने समझा बुझा कर सुबह ही शांत करवा दिया था।
सूचनाओ के अनुसार क्षेत्र के पास ही मोहल्ले सुग्गागड़ही और ओमकारलेश्वर के रहने वाले कुछ मनबढ़ युवको को उस दुसरे बालक ने इस मामले की शिकायत किया और वो मनबढ़ युवक 40-50 की संख्या में आकर मौके पर विवाद करने लगे थे। इस दौरान पार्षद पति ने उन मनबढ़ युवको को समझाने का प्रयास किया तो वह युवक साजिद अंसारी पर ही हमलावर हो गए। जब साजिद समर्थको ने बीच बचाओ किया तो युवको ने पथराव शुरू कर दिया। छित्तनपुरा इमलियातले मैदान के पास से युवक पथराव करने लगे। क्षेत्र के एक संभ्रांत नागरिक ने इसकी सुचना तत्काल थाना प्रभारी को दिया और मौके पर पहुचे पुलिस बल को देख कर वह सभी युवक भाग गये।
क्या है मुख्य मामला
सूत्रों की जानकारी को आधार माने तो इस मनबढ़ युवको की एक टोली है। जिसमे कम पढ़े लिखे जाहिल किस्म के कई युवक है। ये सब ओमकारलेश्वर, सुग्गागड़ही और हरतीरथ के रहने वाले है। कारोबार और काम कोई नही तो इन युवको ने दबंगई का सहारा लिया हुआ है। इनमें से कुछ तो सब्जी के ठेले लगाते है। बकिया अधिकतर ओमकारलेश्वर के खेत नामक जगह पर अक्सर जुआ खेलते और खिलवाते नज़र आ जाते है। ऐसा नही कि पुलिस इनके ऊपर कार्यवाही नही करती है। पुलिस की कार्यवाही में यहाँ की गलिया इनको सहारा देती है और ये दूर से ही आती पुलिस को देख कर रफूचक्कर हो जाते है। ये इनका पहला कोई केस नही है। सूत्रों की माने तो दुसरे के झगडे में ये मारपीट का पैसा लेकर अपने झुण्ड के साथ जाकर मारपीट करते है। वही कुछ सूत्र तो ये भी बताते है कि इस झुण्ड में कुछ युवको के पास अवैध असलहे भी है। जिसमे एक दाढ़ी रखे युवक के पास अक्सर असलहा देखा गया है। अगर गौर किया जाते तो पिछले एक साल में ये झुण्ड एक गैंग के तरह काम कर रहा है। इसके गैंग बनने की सूचनाओ पर जब ध्यान दिया तो जो बाते निकल कर सामने आई वह समाज के लिए चिंताजनक है।
बहरहाल, मामले की तफ्तीश में पुलिस जुट चुकी है। पुलिस के सामने कई नाम भी खुल कर आ रहे है। अब देखना ये होगा कि पुलिस इस झुण्ड पर कैसे नियंत्रण करती है ?
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