आदिल अहमद
तुर्की ने रूस से एस-400 मीज़ाईल तंत्र ख़रीदने पर अमरीकी सरकार की उस धमकी को नज़रअंदाज़ कर दिया है, जिसमें अमरीका ने कहा है कि तुर्की को नेटो में बने रहने या रूस से एस-400 ख़रीदने के बीच किसी एक का चयन करना होगा।
अमरीकी उपराष्ट्रपति माइक पेन्स ने बुधवार को वॉशिंग्टन में नेटो के अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए रूस के साथ रक्षात्मक सहयोग पर अंकारा के ख़िलाफ़ अमरीकी धमकी दोहरायी।
पेन्स ने कहाः “तुर्की को चयन करना पड़ेगा। क्या वह इतिहास के सबसे सफल सैन्य गठजोड़ में एक प्रभावी सहभागी के रूप में बना रहेगा या वह गठजोड़ पर नकारात्मक असर डालने वाले फ़ैसलों की वजह से इस सहभागिता को ख़तरे में डालना चाहता है।”
अमरीकी उपराष्ट्रपति के इस बयान पर तुर्क उपराष्ट्रपति फ़ोआद ओक्ताय ने जवाबी हमला करते हुए अमरीका पर आतंकवाद का समर्थन करने का इल्ज़ाम लगाया।
ओक्ताय ने कहाः “अमरीका को भी चयन करना होगा कि वह तुर्की का घटक रहेगा या फिर नेटो के घटक देश की रक्षा के लिए ख़तरनाक आतंकवादी ताक़तों से हाथ मिलाकर हमारी मित्रता को खोना चाहता है।”
इससे पहले अमरीका, तुर्की को फ़ाइटर जेट एफ़-35 की आपूर्ति रोक कर संदेश दे चुका है। (MAQ/N)
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