तारिक आज़मी
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गंगोई पर लगे कथित यौन उत्पीडन के आरोप पर आज सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने अपनी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से एक बड़ा खुलासा करते हुवे कहा है कि यह झूठा आरोप लगाने के लिए उन्हें डेढ़ करोड़ रिश्वत की पेशकश आई थी। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट पर बड़ा खुलासा करते हुवे कहा है कि इसी झूठे केस में प्रेस कांफ्रेस आयोजित करने के लिए उनको एक बड़ी रकम की पेशकश किया गया था। उन्होंने दावा किया है कि आरोप लगाने के पीछे केवल साजिशकर्ता का एक मकसद था कि चीफ जस्टिस को बदनाम कर दे, जिससे वह खुद अपना इस्तीफा दे दे। यह खुलासा करने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील उत्सव बैंस ये सब कुछ अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा है।
https://www.facebook.com/utsavbains/posts/2308637059187623
इसके पहले चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मसले पर विशेष सुनवाई की गई, जिसमें चीफ जस्टिस ने सभी आरोपों को निराधार बताया। अब इस मसले में सुप्रीम कोर्ट के एक वकील के दावे ने इस मामले में नया मोड़ ला दिया है और सोचने को मजबूर कर दिया है कि क्या चीफ जस्टिस के ऊपर आरोप लगाकर उनको पद से इस्तीफा देने की स्थिति तक पंहुचा देने के पीछे कोई बड़ा सिंडिकेट तो नही है।
सुप्रीम कोर्ट में हुई विशेष सुनवाई के दौरान सीजेआई गोगोई ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट की पूर्व महिला कर्मचारी के आरोप अविश्वसनीय हैं और यह सीजेआई कार्यालय को निष्क्रिय करने के लिए कुछ बड़ी ताकतों द्वारा रची गई साजिश का हिस्सा है। गोगोई ने कहा कि वह इन आरोपों का खंडन करने के लिए भी इतना नीचे नहीं गिरेंगे। यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला के हलफनामे की कॉपी सुप्रीम कोर्ट के 22 न्यायाधीशों के आवास पर भेजे जाने के बाद शनिवार को इसके सार्वजनिक होने पर जस्टिस गोगोई की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय विशेष पीठ गठित की गई। महिला ने अपने हलफनामे में कथित छेड़छाड़ की दो घटनाओं का जिक्र किया है।
इस आरोपों पर चीफ जस्टिस ने कहा है कि इसके पीछे कोई न कोई बहुत बड़ी ताकत होगी। चीफ जस्टिस के इस दावे के बाद अब सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील ने सीजेआई के खिलाफ साजिश की योजना का पर्दाफाश किया है। इस दावे के बाद मामले में शक की सुई बढ़ रही है कि क्या सही में कोई बड़ी ताकत सीजेआई कार्यालय को कमज़ोर करने के लिए इस प्रकार का षड़यंत्र रच रही है। अब देखना होगा कि इस खुलासे के बाद न्यायालय का क्या रुख होता है।
माही अंसारी डेस्क: कर्नाटक भोवी विकास निगम घोटाले की आरोपियों में से एक आरोपी एस…
ए0 जावेद वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षाशास्त्र विभाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी…
ईदुल अमीन डेस्क: सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने संविधान की प्रस्तावना में…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…
निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…
फारुख हुसैन डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…