ए जावेद
वाराणसी। धर्म आस्था का विषय होता है। मगर बनारस गंगा जमुनी तहजीब का एक मरकज़ है। यह बात बनारस में कई बार पहले भी साबित हो चुकी है। यहाँ हिन्दू मुसलमान ऐसे मिल कर रहते है कि मालूम ही नहीं चलता कि मज़हब दोनों के अलग है।
इस मौके पर नीरज के साथ रोज़ा इफ्तार में उसके दोस्त कामरान, बाबू, अनूप सोनी आदि युवक शामिल थे।
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