प्रदीप दुबे
भदोही। पूर्वांचल के भदोही जिले में अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस को सम्पन्न कराने में जुटे पुलिस अधिकारियों के होश उस समय उड़ गये, जब नगुआं में एक वृद्ध की बेरहमी से सिर कूंचकर हत्या करने के मामले की खबर मिली। आनन फानन में पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल की तरफ दौड़ लगा दी। सूचना पाकर कुछ स्थानीय नेता भी मौके पर पहुंच गये। पुलिस की फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। चर्चा है कि मृतक की रंजिश गांव के प्रधान सहित कुछ अन्य लोगों से भी थी।
जानकारी के अनुसार नगुआं गांव निवासी राधेश्याम (70 वर्ष) जीवकोपार्जन के लिए गांव से दूध लाकर नगर में बेचने का काम करता था। राधेश्याम को 6 बेटे हैं। 4 बेटे मुम्बई में रहते हैं। तथा 2 बेटे घर पर ही रहकर खेती-किसानी का कार्य करते हैं। घर से कुछ दूरी पर राधेश्याम यादव की पाही है। पाही के ट्यूबवेल पर ही पिछले 30 साल से राधेश्याम सोते थे। गुरूवार की रात राधेश्याम प्रतिदिन की तरह घर से खाना-पीना खाकर पाही पर बने ट्यूबवेल पर सोने चले गये। सुबह पाही पर बंधे पशुओं को चारा-पानी के कार्य से पहुंची राधेश्याम की बहू ने देखा कि वह चारपाई पर खून से लथपथ मृत पड़े हैं। यह देख उसके पैर तले जमीन खिसक गई, और वहीं से शोर मचाने लगी। महिला की चीख-पुकार सुन परिजन व ग्रामीण घटना स्थल पर मौजूद हो गये।
बेरहमी से की गई बुजुर्ग की हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक सहित फॉरेंसिक व क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल में जुट गई। गांव में बेरहमी से बुजुर्ग की हत्या से क्षुब्ध ग्रामीण पुलिस को शव को कब्जे में लेने से इंकार कर दिया। राधेश्याम यादव के गले में गमछा बंधा हुआ था। तथा सिर पर कई जगह चोट के गहरे निशान थे। आशंका जतायी जा रही है कि बदमाशो ने पहले राधेश्याम को गमछे से गला कसकर उसके बार सिर कूचकर बेरहमी से हत्या की है।
हत्या का कारण आपसी रंजिश तो नहीं
जिले के नगुआं गांव में हुई हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी है। हत्यारों ने जिस बेरहमी से हत्या की उससे यहीं लगता है कि मामला आपसी रंजिश का है क्योंकि जहां पर हत्या हुई है वहां से कोई सामान गायब नहीं हुआ है। सूत्रों की मानें तो मृतक की मोबाइल और कुछ नकदी पैसे भी उसके पास थे किन्तु हत्यारों ने उसे हाथ नहीं लगाया। चर्चा है कि वर्तमान ग्राम प्रधान से मृतक की रंजिश चुनाव के समय से चली आ रही थी क्योंकि मृतक ग्राम प्रधान का विरोधी था। बताते हैं कि विकास कार्यों की जांच कराने के लिये आरटीआई डालने के अलावा अधिकारियों को लिखित शिकायत भी की थी। दूसरी तरफ एक वर्ष पहले गांव के कुछ लोगों से मारपीट भी हुई थी। फिलहाल पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है।
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