पानी की बर्बादी : रोज 10.50 लाख लीटर पानी से नहाती हैं गाडिय़ां
तारिक खान
प्रयागराज : जीवन की प्राथमिक आवश्यकता पानी की स्थिति इतनी भयावह है कि रोंगटे खड़े हो जाते हैैं। जलस्रोत तेजी से घट रहे हैैं। इससे प्रदूषण भी बढ़ रहा है। पानी में प्रदूषण, सूखते जलस्रोत, प्रदूषित होती नदियां और वर्षा जल का संचयन न हो पाने की चर्चा तो होती है लेकिन पानी की हो रही बेतहाशा बर्बादी को लेकर शायद गंभीरता कम है। इस बर्बादी के लिए शहर और बाहरी इलाकों में बड़े पैमाने पर खुले चार पहिया और दो पहिया वाहन के सर्विस सेंटर भी जिम्मेदार हैैं, जहां गाडिय़ों की धुलाई पर प्रतिदिन लाखों लीटर पानी बहाया जा रहा है। इन सर्विस सेंटरों की संख्या करीब 240 है। जिनमें प्रतिदिन 9500 से अधिक चार पहिया व दो पहिया वाहनों की धुलाई होती है। इसके लिए रोज करीब 10.50 लाख लीटर पानी बहाया जाता है।
शहर में सिविल लाइंस, जार्जटाउन, लूकरगंज, तेलियरगंज, ट्रांसपोर्ट नगर समेत नैनी और झूंसी में कई चार पहिया वाहनों के सर्विस सेंटर हैं। सिविल लाइंस के विभिन्न इलाकों के साथ खुल्दाबाद, सोहबतियाबाग फाफामऊ, समेत नैनी और झूंसी में अलग से चार पहिया वाहनों के सर्विस सेंटर भी हैैं। इन सर्विस सेंटरों की संख्या तकरीबन 90 है, जिसमें से शोरूमों के सर्विस सेंटरों की संख्या करीब 25 है। इसी तरह सिविल लाइंस, राजापुर, लीडर रोड, हाशिमपुर रोड, मधवापुर बैरहना समेत नैनी, झूंसी और फाफामऊ में दोपहिया वाहनों के शोरूम और उनके सर्विस सेंटर हैं। इसके अलावा शहर के विभिन्न इलाकों में भी दोपहिया वाहनों के सर्विस सेंटर भी हैैं। ऐसे सर्विस सेंटरों की संख्या तकरीबन 150 है। सर्विस सेंटरों में इन गाडिय़ों की धुलाई के लिए किसी ने भी जल कल विभाग से पानी का कनेक्शन नहीं कराया है, बल्कि सभी ने अपनी बोरिंग करा रखी है।
एक चार पहिया गाड़ी की धुलाई पर खर्च होता है 200 लीटर पानी
कंपनी के चार पहिया वाहन के सर्विस सेंटर में प्रतिदिन औसतन 25 गाडिय़ां सर्विस के लिए आती हैैं। एक गाड़ी की धुलाई में औसतन 200 लीटर पानी इस्तेमाल होता है। इस हिसाब से 25 गाडिय़ों की धुलाई 5000 लीटर पानी और ऐसे 90 सर्विस सेंटरों में 2250 गाडिय़ों की धुलाई में प्रतिदिन करीब 4.50 लाख लीटर पानी इस्तेमाल हो रहा है।