जीशान अली
बांदा. बांदा में आज साप्रदायिक ताना-बाना बिखरते बिखरते रह गया। मीट विक्रेताओं के खिलाफ सड़कों पर उतरे बजरंग दल की नारेबाजी और मुस्लिम इलाकों में घुसने को लेकर मुस्लिम समुदाय में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त हो गया। बजरंग दल के प्रदर्शन और हो-हल्ला के बाद दोपहर में मुस्लिम समुदाय की महिलाएं और सैंकड़ों पुरुष सड़कों पर उतर पड़े और नारेबाजी करते हुए बजरंग दल के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। मामला बिगड़ता देख आनन-फानन में कई थानों का फोर्स तैनात कर दिया गया और पुलिस तथा जिला प्रशासन के नुमाइंदों ने मौके पर पहुंचकर बमुश्किल माहौल को संभाला और दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों का गुस्सा शांत किया। इसके बाद तनाव को देखते हुए पुलिस ने पूरे शहर में मार्च कर लोगों को सुरक्षा का विश्वास दिलाया।
मामला दरअसल ये रहा कि गोश्त की अवैध दुकानों और कटान के नाम पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने आज शहर में प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने की घोषणा की थी। हालात के मद्देनजर शहर की सभी तरह के मीट दुकानें पुलिस प्रशासन बंद करा दी थी और संवेदनशील स्थानों पर पुलिस तैनात कर दी थी। सुबह तकरीबन 10 बजे बजरंग दल के तकरीबन तीन दर्जन कार्यकर्ता मोटरसाइकिलों से जुलूस के शक्ल में निकले और सीधे अलीगंज हाथीखाना स्थित कसाई मोहल्ले जा धमके। जहां बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी किया और वहां कुछ लोगों से उनकी कहासुनी भी हुई लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह मामले को संभाल लिया।
इसके बाद वहां से बजरंग दल कार्यकर्ता पूरे शहर में होते हुए तकरीबन 2 घंटे नारेबाजी करते रहे, इस दौरान सभी गोश्त की दुकानें पूरी तरह पुलिस ने बंद कराई हुई थी। मुस्लिम बाहुल्य मोहल्ले में घुसकर इस तरह अचानक नारेबाजी कर माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए दोपहर बाद तकरीबन 200 मुस्लिम महिला और पुरुष सड़कों पर उतर आए और बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर घरों में घुसने और गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। माहौल दोबारा बिगड़ता देख कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई और पूरे अलीगंज और बाबूलाल चौराहा एरिया को अपने घेरे में ले लिया।
इसी दौरान प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने एडीएम संतोष सिंह और अपर एसपी लाल भरत कुमार पाल मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारी महिलाओं से बातचीत कर उन्हें आश्वासन दिया कि कार्रवाई की जा रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । तब जाकर कहीं माहौल बिगड़ने से बच सका। इसके बाद देर शाम एहतियातन पुलिस के जवानों के साथ एसपी गणेश साहा ने पूरे शहर में मार्च किया और लोगों को विश्वास दिलाया कि पुलिस पूरी तरह सुरक्षा में मुस्तैद है।
इस मामले में अपर एसपी लाल के भरत कुमार पाल का कहना था कि दोनों पक्षों में किसी तरह की कोई आमने सामने की बहस तक नहीं हुई और एक पक्ष को पुलिस कार्रवाई पर असंतोष था जिनके साथ बैठकर उनको संतुष्ट कर दिया गया है और शहर और जिले का माहौल पूरी तरह शांति और किसी भी तरह का तनाव यहां नहीं है।
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