आदिल अहमद
लखनऊ: बरसो से चली आ रही लड़ाई पर आज आखिर सुप्रीम कोर्ट ने पुर्ण विराम लगा ही डाला है। मस्जिद मंदिर मामले में आये इस फैसले को अगर आप ध्यान से देखे तो न किसी की जीत हुई है और न ही किसी की हार। मसला संपत्ति विवाद का था जिसको सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में सुलझा दिया है। फैसले पर सभी तरफ से प्रतिक्रियाओं का आना जारी है। इस मामले में बाबरी मस्जिद के तरफ से मुद्दई इक़बाल अंसारी ने उच्चतम न्यायालय द्वारा शनिवार को दिए गए फैसले पर खुशी जाहिर की है। इक़बाल अंसारी इस मामले में पक्षकार रहे दिवंगत हाशिम अंसारी मरहूम के बेटे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने पहले भी कहा था और अब भी कहते हैं कि हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। अब ये जिम्मेदारी सरकार की है कि वो हमें जमीन कहां देती है। ये हिदुस्तान का अहम मसला था, जो आज ख़त्म हो गया।
ए0 जावेद वाराणसी: वाराणसी के लंका पुलिस ने दो शातिर चोरो को कीमती चोरी के…
ईदुल अमीन डेस्क: अजमेर शरीफ़ दरगाह के अंदर शिव मंदिर होने के दावे को लेकर…
शफी उस्मानी डेस्क: बुलंदशहर की एक अदालत ने एक निजी मधुमक्खी पालन केंद्र में चोरी…
मो0 कुमेल डेस्क: अजमेर दरगाह के शिव मंदिर होने के दावे के साथ दाखिल याचिका…
माही अंसारी डेस्क: अजमेर दरगाह में शिव मंदिर के दावे वाले मुकदमे को सुनवाई के…
तारिक आज़मी डेस्क: संभल की जामा मस्जिद मामले में दाखिल याचिका पर सुपर फ़ास्ट स्पीड…