फारुख हुसैन
पलिया कला खीरी. चीनी का कटोरा कहे जाने वाले तराई इलाके के गन्ना क्रय केंद्रों पर किसानों के साथ हो रहे भेदभाव को देखने वाला कोई नहीं है । किसानों के लिए गन्ना पेमेंट का मुद्दा तो बड़ा है ही साथ ही गन्ने को उगा कर क्रय केंद्र तक पहुंचाना उसे घाट तौली से बचाना भी एक चुनौती सिद्ध हो रहा है। अफसरों की उदासीनता के चलते गन्ना किसानों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं नतीजा यह है गन्ना किसान चौतरफा समस्याओं से घिरा हुआ है।
किरतपुर के गन्ना किसान राम सागर का कहना था कि गन्ना के केंद्रों पर शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है ना ही साफ पीने का पानी है जिससे तमाम किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है गन्ना क्रय केंद्रों पर आने वाले ट्रकों में होने वाली देरी की वजह से जाम की स्थित आए दिन बनी रहती है।
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