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भदोही के बुजुर्ग समाजसेवी प्रभुनाथ मिश्र ‘नेताजी’ के कार्यों की हर जगह हो रही चर्चा

प्रदीप दुबे विक्की

भदोही. जिले में लाॅकडाऊन की वजह से इस समय शासन और प्रशासन के अलावा समाजसेवी भी गरीब और असहायों की मदद में अपना हाथ बढा रहे है। और समाज के लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत बने है। लेकिन भदोही में ऐसे भी समाज सेवी है जो केवल समाजसेवा को ही अपना धर्म समझते है और आज के चकाचौंध भरी दुनिया से अलग अपने कार्यो से खुश रहते है। लेकिन कोई भी बात इस समय देर तक समाज में आने से रूक नही सकती है इसकी वजह है मीडिया।

लेकिन यह बडी बात है कि जहां आज लोग अपने कार्यों को मीडिया में देना धर्म समझते है वही कुछ ऐसे भी लोग है जो अपने पुनीत कार्यों को प्रचारित करना कम सही समझते है। जिले में न जाने कितने ऐसे समाजसेवी है जो सहयोग तो कर रहे है लेकिन लोगों को इसकी जानकारी देना या प्रचारित करना सही नही समझ रहे है।

ऐसे ही भदोही जिले के औराई क्षेत्र के भमौरा गांव के निवासी और भदोही संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष प्रभुनाथ मिश्र ‘नेताजी’   है जिनको कार्यों को सुनकर आप दातों तले अंगुली दबायेंगे। क्योकि   यह 78 वर्षीय समाजसेवी आज से नही अपितु अपने अध्ययन काल से ही समाजसेवा को अपना धर्म बनाकर भदोही जिले में कई मिशाल पेश कर चुके है। और एमएससी तक की शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद भी समाजसेवा को ही अपना प्रमुख धर्म बनाकर भदोही के सच्चे ‘नेताजी’ साबित हो रहे है।

इस समय नेताजी शायद जिले के सबसे बुजुर्ग समाजसेवी है जो 24 मार्च से लगातार गरीब, असहाय, दिव्यांग, कमजोर व वनवासी परिवार के लिए देवदूत साबित हो रहे है। और प्रभुनाथ मिश्र प्रतिदिन अपने एक बाइक चालक के साथ जिले के अलग अलग गांवों में जाकर अपने खर्चे से प्रतिदिन लाई, चना, गुड, बिस्किट, साबून और मास्क बांटते है तथा गरीब और असहायों के लिए प्रतिदिन माधोसिंह में स्थित एक मेडिकल स्टोर से अपने खर्च पर दवाई बांटवाते है। प्रभुनाथ मिश्र 24 मार्च से लेकर अबतक चार हजार गरीबों को लाॅकडाऊन में सहायक बन चुके है। प्रभुनाथ मिश्र क्षेत्र के उपरौठ, भमौरा, भवानीपुर, त्रिलोकपुर, जेठूपुर, गौरीडीह, गरौली, जाठी, पियरोपुर, शुकुलपुर, सेउर, लसमडिया, औरंगाबाद और चिंतामनपुर समेत कई गांवों में गरीबों को खाद्य सामग्री बांट चुके है।

मालूम हो कि प्रभुनाथ मिश्र पिछले 28 वर्षो से भदोही संघर्ष समिति संस्था के माध्यम से जिले की मूलभूत समस्याओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाते है। और न्याय की लडाई में हमेशा लडते रहते है। इसका एक उदाहरण तब देखा गया जब कुछ लोग तत्कालीन औराई तहसीलदार शिवसागर दूबे के खिलाफ शिकायत की और काफी दिक्कत हुई लेकिन प्रभुनाथ मिश्र ने खुलेआम तहसीलदार के पक्ष में न्याय की लडाई लडे और उनको न्याय दिलाने में सहायक हुए।

यही प्रभुनाथ मिश्र है जब देश में हैजा का प्रकोप फैला था तब तत्कालीन सीएमओ द्वारा लापरवाही करने पर उनके खिलाफ आवाज उठाई और बर्खास्त करा कर ही दम लिये। ऐसे ही न जाने कितने उदाहरण जुडे है भदोही के इस समाजसेवी से जो आज भी कमजोर और गरीबों की हक की लडाई के लिए हमेशा तत्पर रहते है। प्रभुनाथ मिश्र ने बताया कि समाजसेवा और लोगों का सहयोग करने से उनको काफी सुकून मिलता है। कोरोना वायरस के दौरान प्रभुनाथ मिश्र ने लोगों से खानपान में सावधानी बरतने की भी सलाह थी तथा बताया कि यदि हम नीबू के रस, अजवाइन,अदरक, लौंग, काली मिर्च, पीपर, गुरूचि और तेजपात को अबालकर चाय की तरह पीये,  लहसुन, अदरक और जीरा की चटनी बनाकर खाये तथा रात को दूध के साथ हल्दी का सेवन करें तो प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। प्रभुनाथ मिश्र ने साफ सफाई और सरकार के तरफ से जारी दिशा निर्देश को मानने की भी बात कही। जिले के इस बुजुर्ग समाजसेवी के कार्यों की चर्चा सुनकर लोग तारीफ कर रहे है।

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