पटना की कोरोना संक्रमित महिला, आरएमआरआई की रिपोर्ट के बाद एम्स में मचा बवाल

गोपाल जी

पटना में एक अनोखा मामला सामने आया है। खाजपुरा निवासी एक महिला की 16 अप्रैल को कोरोना रिपोर्ट एम्स में पॉजिटिव आती है। इसके बाद पूरे शहर में हड़कंप मच जाता है। इलाके को सील कर दिया जाता है और उसके संपर्क में आए 12 लोगों का नमूना जांच के लिए भेज दिया जाता है। जांच में सभी की रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है। इस रिपोर्ट के बाद ही स्वास्थ्य विभाग को जांच पर संदेह होता है।

सिविल सर्जन कोरोना की पुष्टि के लिए संक्रमित महिला का नमूना एक बार फिर जांच के लिए आरएमआरआई में भेजते हैं। वहां से रिपोर्ट निगेटिव मिलने के बाद विभाग परेशान हो उठता है। दोबारा एनएमसीएच को नमूना लेकर जांच के लिए भेजने को निर्देशित किया जाता है। फिर रिपोर्ट निगेटिव आती है। लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सिविल सर्जन एम्स से वह नमूना मांगते हैं, जिससे रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। आरएमआरआई में इस नमूने की जांच की जाती है और रिपोर्ट पॉजिटिव आती है। 48 घंटे में दो पॉजिटिव और दो निगेटिव रिपोर्ट से स्वास्थ्य विभाग भी चौंक उठता है। आखिर किसकी रिपोर्ट को सही माना जाए और किसे गलत।

24 घंटे में 20 संक्रमित मिले

प्रदेश में कोरोना के 24 घंटे में 20 मामले सामने आए हैं। एक दिन में संक्रमित लोगों की सबसे बड़ी कड़ी सोमवार को ही सामने आई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। मुंगेर के जमालपुर में तीन पॉजिटिव रविवार रात में पाए गए थे और बिहार शरीफ का एक युवक सोमवार की सुबह पॉजिटिव पाया गया। सोमवार की रात चौंकाने वाली रिपोर्ट आई। एक साथ 16 लोगों को संक्रमित पाया गया, सभी बिहार शरीफ के रहने वाले हैं। इसमें 6 महिलाएं हैं, जबकि 10 पुरुष हैं। इसमें 14 साल से लेकर 60 साल तक के लोग शामिल हैं।

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