अहमद शेख
वाराणसी। कोरना संक्रमण का प्रवासियों के कदमो तले अब उन जिलो और शहर में भी पहुचना शुरू हो गया है जहा अब तक कोई संक्रमित नही था। प्रशासन की परेशानी इसको लेकर है कि संक्रमित मिलने वाले मरीज़ घर वापस आने के बाद किस किस से मिला और संक्रमण कहा तक पहुच सकता है। कांटेक्ट ट्रेसिंग की सबसे बड़ी यह समस्या सामने है।
तब से ये सभी गांव में घर पर ही थे। लेकिन इस बीच कितने लोगों से लोग मिले इसका कोई रिकॉर्ड प्रसाशन के पास नहीं है। गांव वालों के अनुसार संक्रमित पाए जाना वाला व्यक्ति गांव में कई लोगों से मिला है। साथ ही बाहर के लोगों के भी संपर्क में रहा है। ऐसे में जिले में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है। अब प्रशासन को ऐसे लोगों को चिह्नित करना आसान नहीं है। अब टीम लगाकर संपर्क में आए लोगों की ट्रैकिंग भी शुरू करा दी गई है।
इस रिपोर्ट के आने के बाद मैनुद्दीनपुर गांव में घर-घर थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। लोगों को घरों पर ही राशन, दूध, फल, सब्जी, दवाई और जरूरत के सामान उपलब्ध कराए जा रहे है। गांव को हॉटस्पॉट करने के साथ वहां सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
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