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वाराणसी – दालमंडी के बाहुबली पहुचे रामनगर विवादित संपत्ति पर करने कब्ज़ा, रामनगर पुलिस की भूमिका पर उठा बड़ा सवाल

तारिक आज़मी

वाराणसी. मनबढ़ हर मुआशरे के लिए खतरा होता है। दालमंडी क्षेत्र के कुछ मनबढ़ो ने कुछ ऐसा ही कारनामा कर डाला जब कई किलोमीटर दूर जाकर रामनगर में एक विवादित संपत्ति पर आंशिक रूप से कब्ज़ा कर डाला। इस दौरान रामनगर पुलिस की भूमिका काफी संदिग्ध रही। पुलिस ने कहने को तो घटनाक्रम के शुरू में दोनों पक्षों में मिलाकर 6 लोगो को हिरासत में लिया। मगर इसके बाद घटनाक्रम बदला और फिर गिरफ़्तार लोगो की संख्या को 5 दिखाया गया। इसके बाद जब दाखिला करना हुआ तो सूत्र बताते है कि केवल 4 लोगो का दाखिला किया गया।

घटना के सम्बन्ध में प्राप्त समाचारों के अनुसार दालमंडी क्षेत्र के रहने वाले मुसाफिरखाने के पास किताब के दुकानदार वसीम एंड ब्रदर्स ने एक संपत्ति कथित रूप से रामनगर में खरीदी है। इस संपत्ति पर उनके खुद के जीजा अनवर भी अपना दावा करते है। इस मामले में संपत्ति विवाद न्यायालय में विचाराधीन है। इस दौरान संपत्ति में वास्तविक स्थिति में अनवर और उनका परिवार रहता है। अनवर के दो बेटे है। इसमें एक बेटा परिवार से अलग रहता है और दूसरा बेटा साथ में रहता है।

बुधवार की सुबह लगभग 9 बजे वसीम एंड ब्रदर्स अपने साथ दस बारह दालमंडी के बाहुबली और कुछ महिलापो को लेकर विवादित संपत्ति पर पहुचे और घर के अन्दर घुस कर कब्ज़ा करने का प्रयास करने लगे। इस दौरान इस दौरान इनके साथ दालमंडी के कुछ बिल्डर और नई सड़क के एक होटल मालिक के पुत्र भी साथ में थे। कब्ज़े की गरज से गए लोगो ने घर के अन्दर महिलाओं को भेज कर दरवाज़े पर ही अनवर और उसके एक लड़के से झगड़ा करना शुरू कर दिया। इस दौरान मारपीट कर अनवर को घायल भी कर दिया गया। अनवर के परिजनों का कहना है कि मारपीट में अनवर का एक दांत भी टूट गया है।

घटना की सुचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस ने अनवर के पक्ष से मौके पर मौजूद अनवर और उसके एक पुत्र को तथा वसीम के पक्ष से वसीम उसके भाई और भाई के साले सहित कुल 4 लोगो को थाने पर बैठा लिया। सूत्र बताते है कि पहले तो बिल्डरो ने अपने प्रयास से वसीम को थाने से बाहर निकाल लिया। इसके बाद कुल 5 लोग लोगो को थाने पर शाम तक बैठा कर रखा गया। सूत्र बताते है कि इसके बाद देर शाम गिरफ़्तारी का दाखिला किया गया और दोनों पक्षों से दो दो लोगो को की गिरफ़्तारी दिखाई गई है। वही मकान के अंश पर महिलाओं ने कब्ज़ा खबर लिखे जाने तक बरक़रार रखा है।

इस घटना में दालमंडी के कई बाहुबली और सेटर दिखाई दिये। पहले खाना खिलाने वाले से अचानक समाजसेवक और फिर कथित रूप के पत्रकार बने सज्जन ने भी महती भूमिका निभाई। वही स्थानीय पुलिस की भूमिका पर भी क्षेत्र में चर्चाओं का बाज़ार गर्म है। स्थानीय लोगो में इस बात को लेकर भी रोष है कि दालमंडी के बाहुबली आकर रामनगर में इस प्रकार का उपद्रव करके चले गये। पुलिस की भूमिका पर लोग खासा सवाल भी चर्चा में है।

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