ए जावेद
वाराणसी। वो निरीह और सीधे साधे शहरी के लिए कुख्यात हो चूका था। सामान्य लोगो पर गोली चला देना और उनको लूट लेना उसका पेशा बन चूका था। गोली चलाने में खुद को मास्टर समझता था, मगर जब वाराणसी पुलिस पर गोली चलाई तो उसका उसे मुहतोड़ जवाब मिला और वही ढेर हो गया। हम बात कर रहे है दुर्दांत अपराधी मोनू उर्फ़ मोनी उर्फ़ अरविन्द चौहान की। कुख्यात पचास हज़ार का इनामी बदमाश मोनी चौहान के काले अध्याय का आज अंततः समापन हो गया और वह पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया है।
गौरतलब हो कि कुख्यात अपराधी मोनू चौहान द्वारा दीपावली के समय तीन दिनों में वाराणसी में दो सनसनीखेज शूटआउट की घटना को अंजाम दिया गया था। घड़ी व्यापारी श्याम बिहारी मिश्रा की गोली मारकर हत्या और महिला प्रेमा राजभर को गोली मारकर घायल किया था। इसके बाद से वह पुलिस के रडार पर था और पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी।
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