रवि पाल
मथुरा। मथुरा जनपद में फ़ूड फैक्ट्री के आड़ में नकली दवाओं के गोरखधंधे का भंडाफोड़ हुआ है। मथुरा के चौमुंहा में एसीडी अखिलेश जैन के नेतृत्व में ड्रग इंस्पेक्टर अलीगढ़ हेमेंद्र चौधरी, ड्रग इंस्पेक्टर नोएडा वैभव बब्बर, ड्रग इंस्पेक्टर बिजनौर आशुतोष मिश्रा के अलावा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग के डीओ डॉ। गौरी शंकर के साथ हुई इस छापेमारी से इलाके में और फक्ट्री में हडकंप की स्थिति उत्पन्न हो गई।
इस सम्बन्ध में सहायक आयुक्त औषधि अलीगढ़, पूरनचंद ने मीडिया से मुखातिब होते हुवे बताया कि फूड्स फैक्टरी की आड़ में नकली दवाओं का गोरखधंधा यहां चल रहा था। सूचना के आधार पर सोमवार को आगरा में तीन स्थानों पर छापा मारा गया, जिसमें मुंबई की एक कंपनी का निर्माणशाला का रैपर मिला था। उसी क्रम में सूचना के आधार पर मथुरा में आज सोमवार को कार्रवाई की गई है। काफी दवाएं नकली भी मिली हैं।
बरामदगी के सम्बन्ध में ड्रग इंस्पेक्टर मथुरा अनिल आनंद के अनुसार लाइसेंस मीनू शर्मा के नाम पर जारी किया गया। जबकि उसके भतीजे सौरभ शर्मा द्वारा दवाओं की अवैध कंपनी को चलाया जा रहा था। मौके पर पहुंच कर आगरा, अलीगढ़, मेरठ व मुरादाबाद मंडल की टीम ने संयुक्त रूप से इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। मौके से ढेर सारी दवाएं और उनके रैपर मिले हैं।
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नमस्कार संपादक महोदय @ PNN24 NEWZ,
🙏 सादर प्रणाम
मेरा नाम विश्व प्रताप गर्ग है और मेरे सहकर्मी देवेन्द्र परमार भगवान शिव के महायोगी स्वरूप भगवान गुरू गोरखनाथ के अनुयायी हैं और आपके पाठक वर्ग हैं।
चौमुहां में फैली ऐसी बुराई है जिसे रोकना हमारा कर्तव्य है। दवाएं जीवनरक्षक भी हैं और हानिकारक भी। और आपने सोए हुए अधिकारियों को जगाकर नकली दवाओं का भंडाफोड़ कर बहुत अच्छा कार्य किया है। अति उत्तम। आपका संदर्भ निस्संदेह प्रसंशनीय है जो आम जनता को सचेत किया हमेशा की तरह।
बहरहाल अगर आप ऐसा लिखें "फूड फैक्ट्री की आड़ में चल रहा नकली दवाओं का अवैध धंधा " उचित वाक्य है "गोरख-धंधा" शब्द अनुचित है।
भगवान शिव महायोगी स्वरूप में भगवान "गुरू गोरखनाथ" होते हैं।भगवान "गुरू गोरखनाथ" जैसे पवित्र कल्यणकारी नाम को किसी घटिया धंधे से जोड़ने से लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है और शिव तो सदैव कल्याण ही करते हैं कोई धंधा नहीं।" गोरख-धंधा" शब्द अनुचित है और एक निम्न श्रेणी की उपहासात्मक अपमानजनक गरिमाहीन अभद्र संज्ञा है जो प्रयोग में नहीं होनी चाहिए कृप्या इस पहलू का भी संज्ञान लें ।
कुछ शब्द हैं जो आप प्रचुरता से प्रयोग कर सकते हैं जैसे अवैध धंधा /अनैतिक धंधा /भ्रष्टाचार /ठगधंधा /घपला /घोटाला /गडबडघोटाला /धांधली /मकड़जाल इत्यादि।
एक पाठक के रूप में यही सुझाव है अगर इस शब्द को ठीक कर लें और आप अपनी रिपोर्टिंग टीम को भी इस संवेदनशील पहलू की ओर आगाह करें और एक विज्ञप्ति जारी कर भविष्य में भी प्रयोग से बचें तो आपकी ज्वलंत पत्रकारिता उम्दा ही प्रतीत होगी और पाठकगण भी एक जुडाव महसूस कर पाएंगे
🙏
अलख निरंजन!!
आपका आभार मित्र, आपके सलाह पर ज़रूर भविष्य में ध्यान रखा जायेगा