आदिल अहमद/तारिक खान
नई दिल्ली: तीन कृषि कानूनों के मुखालिफ किसानो के विरोध प्रदर्शन के मामले अब ग्लोबल लेवल पर भी तस्किरे का हिस्सा बनता जा रहा है। पिछले साल सितंबर में लाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ नवंबर से ही दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर पंजाब-हरियाणा सहित कुछ अन्य राज्यों के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इन प्रदर्शनों पर कनाडा के कुछ नेता पहले टिप्पणी कर चुके हैं, जिस पर भारत ने कड़ा एतराज जताया था, लेकिन अब इस आंदोलन को ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर एक नई दिशा मिलती दिखती रही है।
कल यानी मंगलवार को अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना ने किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किया है, जिसके बाद सोशल मीडिया पर कई खेमों, देशों और क्षेत्रों से आने वाले लोग इस मुद्दे पर ट्वीट कर रहे हैं। कुछ रिहाना का समर्थन करते दिखाई दे रहे है वही कुछ रिहाना के ट्वीट पर इसको आतंरिक मामला बता कर उस ट्वीट पर निशाना साध रहे है। रिहाना ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर एक लेख शेयर कर सवाल किया था कि ‘हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?’
कौन है रिहाना
रिहाना का जन्म 20 फरवरी 1988 को बारबाडोस के सैंट माइकेल में हुआ। उनका असली नाम रॉबिन रिहाना फेंटी है। रिहाना अमेरिकी रिकॉर्ड प्रोड्यूसर इवान रोजन की खोज हैं, जिन्होंने उन्हें डेमो टेप्स रिकॉर्ड करने के लिए अमेरिका बुलाया था। रिहाना की संपत्ति 60 करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 44 अरब रुपये है।
अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना ने 2012 में क्लारा लॉयनेल फाउंडेशन की स्थापना की थी। यह संगठन दुनिया भर में शिक्षा और अन्य कार्यों के लिए काम कर रहा है। मार्च 2020 में रिहाना की इस फाउंडनेशन ने कोविड-19 से निबटने के लिए 50 लाख डॉलर यानी लगभग 36 करोड़ रुपये दान दिए थे। यही नहीं, रिहाना ने अप्रैल 2020 में ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्सी के साथ मिलकर लॉस एंजेलिस में कोविड-19 के घर में रहने के आदेश के दौरान घरेलू हिंसा के शिकार लोगों की मदद के लिए हाथ मिलाया था। दोनों ने 42 लाख डॉलर दान दिए थे। जिसमें 21 लाख डॉलर यानी लगभग 15 करोड़ रुपये रिहाना ने डोनेट किए थे। इसके अलावा रिहाना ने मार्च 2020 में ही कोरोना राहत के लिए 10 लाख डॉलर यानी लगभग सात करोड़ रुपये डोनेट किए थे। वह लोगों की मदद करने में भी यकीन करती हैं।
कंगना ने रिहाना को कहा मुर्ख
रिहाना की ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर तहलका मच गया है। जहां कई भारतीय सेलेब्रिटी रिहाना की जमकर तारीफ कर रहे हैं तो वहीं कंगना रनौत उन पर निशाना साध रही हैं। यही नहीं, कंगना रनौत ने तो रिहाना को ‘मूर्ख’ तक कह डाला है। लेकिन रिहाना के बाद अंतरराष्ट्रीय हस्तियां लगातार किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट कर रही हैं।
विदेश मंत्रालय ने चलाया हैश टैग, बोले अमित शाह – भारत एकजुट खड़ा है
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने किसान आंदोलन को लेकर अपना बयान जारी किया है, इसे बुधवार को केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने #IndiaAgainstPropaganda और #IndiaTogether के हैशटैग के साथ ट्वीट करते हुए अपना पक्ष रखा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके कहा, ”कोई भी दुष्प्रचार भारत की एकता को खत्म नहीं कर सकता। कोई भी दुष्प्रचार भारत को नई ऊंचाई हासिल करने से नहीं रोक सकता। दुष्प्रचार भारत का भविष्य तय कर सकते केवल विकास कर सकता है। भारत विकास के लिए एकजुट खड़ा हुआ है।” इससे पहले पॉप स्टार रिहाना ने किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में ट्वीट में लिखा था, “हम किसानों की बात क्यों नहीं कर रहे। #FarmersProtest
क्रिकेटर्स भी आये सामने
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट कर कहा है कि भारत की संप्रभुता से किसी भी तरह से समझौता नहीं किया जा सकता है। वहीं अब भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी लोगों से एकजुट रहने की अपील की है। विराट ने अपने ट्वीट में लिखा है कि असहमति के इस वक्त में हम सभी एकजुट रहें। किसान हमारे देश का एक अभिन्न हिस्सा हैं और मुझे यकीन है कि सभी पक्षों के बीच एक सौहार्दपूर्ण समाधान निकल जाएगा ताकि शांति हो और सभी मिलकर आगे बढ़ सकें।’ वही भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने भी उसी हैशटैग के साथ ट्वीट किया कि अगर हम सभी एक साथ खड़े हों तो कोई भी ऐसी समस्या नहीं है जिसका हल नहीं निकाला जा सकता। आइए, एकजुट रहें और हमारे आंतरिक मुद्दों को हल करने की दिशा में काम करें।
फिल्मस्टार्स की आई मिली जुली प्रतिक्रिया
रिहाना और कुछ अन्य सेलेब्रिटी ने किसानों के प्रदर्शन को लेकर समर्थन बतया तो सरकार के शीर्ष मंत्री और अक्षय कुमार, अजय देवगन, सुनील शेट्टी सहित कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी सरकार के पक्ष में खड़े नजर आए। उन्होंने #IndiaAgainstPropaganda और #IndiaTogether के हैशटेग के साथ ट्वीट किए। एक्टर अक्षय कुमार ने लिखा, “किसान देश का बहुत ही अहम हिस्सा हैं। उनके मसलों का समाधान करने की हरेक कोशिश की जा रही है, और वह नजर भी आ रही है। आइए सौहार्द्रपूर्ण समाधान का समर्थन करें, न कि बांटने वाली बातों पर ध्यान दें। #IndiaTogether #IndiaAgainstPropaganda“
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