तारिक खान
आगरा। आगरा के निकट कासगंज जनपद के एसपी मनोज कुमार सोनकर एक सप्ताह के लिए छुट्टी पर चले गए थे। एएसपी आदित्य कुमार वर्मा के कंधो पर पुरे जिले का बोझ था। एक तरफ जिले का पंचायत चुनाव तो दूसरी तरफ कोरोना महामारी का कोहराम। एक जद्दोजेहद की ज़िन्दगी तो तब और भी हो गई जब उनकी पत्नी कोरोना संक्रमण से जूझ रही थी। एक तरफ पति धर्म तो दूसरी तरफ था वर्दी का फ़र्ज़। एक तरफ परिवार की ज़िम्मेदारी दूसरी तरफ वर्दी की ज़िम्मेदारी। इस कोरोना के असली योद्धा ने वर्दी के फर्ज को परिवार के फर्ज पर तरजीह दिया। वह पूरी मेहनत और लगन के साथ अपने देश और समाज के प्रति कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे थे। वर्दी पहनते समय जो कसम खाई थी वह उनके दिमाग में ही नहीं बल्कि रूह में समाई थी। दूसरी तरफ पत्नी का कोरोना संक्रमण से गिरता स्वास्थ्य था।
बताते चले कि 11 अप्रैल को जिले के एसपी मनोज सोनकर अवकाश पर गए थे। उनके अवकाश पर रहने के कारण 17 अप्रैल तक एएसपी एसपी का पदभार संभाले रहे। जब पुलिस अधीक्षक लौटे तो वे इस जिम्मेदारी से अलग हुए, लेकिन इसके बावजूद कोरोना कर्फ्यू के दिन भी वह पूरी सक्रियता के साथ जिले में भ्रमण करते रहे और चौराहों पर खड़े होकर पुलिस के साथ स्वयं लोगों को मास्क लगाने और लापरवाही न करने की हिदायत देते रहे।
एएसपी आदित्य वर्मा ने जिलेभर में मास्क चेकिंग अभियान को चलवाया। उन्हें जहां पत्नी और पुत्र के स्वास्थ्य की चिंता थी, वहीं आमजन मानस और अपनी ड्यूटी को लेकर भी वह पूरी तरह डटे रहे। पत्नी के बिगड़ते स्वास्थ्य को लेकर भी वह काफी चिंतित रहते थे और महकमे के लोगों से बातचीत में यह साझा करते रहे। उन्हें इस बात का कतई बोध नहीं था कि पत्नी कोरोना से जंग हार जाएंगी। वह जुझारू पुलिस वाले की तरह अपना फ़र्ज़ निभा रहे थे। आखिर होनी को कौन टाल सकता था। नोयडा के एक निजी अस्पताल में जहा उनकी शरीक-ए-हयात अर्धांगनी का इलाज चल रहा था वही उनकी पत्नी सीमा वर्मा (50) ने सोमवार को रात अपनी आखरी सांस लेकर अगले जन्म में फिर मिलने के वायदे के साथ अलविदा कह दिया।
बताते चले कि रविवार को जब एएसपी आदित्य कुमार वर्मा जिले में कर्फ्यू का पालन करवा रहे थे उस दरमियान उनकी पत्नी की हालत बिगड़ने लगी, उनका ऑक्सीजन लेवल गिरकर 39 पर पहुंच गया। इस पर उन्हें नोएडा के अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान कोई रिकवरी नहीं हुई, देर रात उनकी मौत हो गई। अपर पुलिस अधीक्षक एक दिन पहले तक जिले में ड्यूटी कर रहे थे। पंचायत चुनाव की व्यवस्थाएं भी देख रहे थे। इस जुझारू और जंगजू पुलिस अधिकारी को एक तरफ जहा पत्नी के जाने का गम है वही दूसरी फिक्र है कि उनका बेटा भी कोरोना संक्रमित है। उसका इलाज चल रहा है। आंसू शायद आपके निकल सकते है वो हालात सोच कर जो ब्रेव कोरोना वारियर आदित्य कुमार वर्मा इस वक्त देख रहे है। आप सोचे उन पर क्या गुज़र रही होगी।
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