आदिल अहमद
नई दिल्ली: भाजपा नेताओं का पुलिस के साथ दुर्व्यवहार की आपने एक से एक खबर पढ़ी होगी। मेरठ में एक भाजपा पार्षद ने एक पुलिस कर्मी की पिटाई कर दिया था। मगर इस बार मामला हद से आगे बढ़ गया है। एक भाजपा नेता ने एक बावर्दी और मय असलहा पुलिस कर्मी की जमकर अपने जिम में पिटाई कर दिया। मामले में वीडियो वायरल होने के बाद अब दिल्ली पुलिस प्रकरण में जाँच की बात कह रही है। समाचार लिखे जाने तक भाजपा नेता पर किसी तरीके की कोई कार्यवाही नही हुई है।
वायरल हो रहे वीडियो में कुछ लोग एक पुलिस कर्मी की लात घूंसों से जमकर पिटाई कर रहे है। पुलिस कर्मी को इतना मारा गया है कि वह बुरे हाल हो गया है। वह सोफे पर गिरा हुआ है और मारपीट करने वाले युवको ने उसका कालर पकड़ रखा था। जमकर उसकी पिटाई कर रहे है। वीडियो में एक और पुलिस वाला भी दिखाई दे रहा है जो मार खा रहे पुलिस के अपने साथी को बचाने के लिए मारपीट कर रहे युवको को रोक रहा है। मार खाने वाला पुलिस कर्मी संयम में भी दिखाई दे रहा है क्योकि उसके कमर पर सरकारी पिस्टल दिखाई दे रही है।
घटना के सबंध में मिले समाचारों के अनुसार संजय गुप्ता को सरकार द्वारा दो पुलिस कर्मी पीएसओ के रूप में मिले है। वीडियो में दिखाई दे रहा सिपाही सुशील संजय गुप्ता का पुराना पीएसओ है। घटना 1 अप्रैल की बताई जा रही है। बताया जाता है कि सुशील संजय गुप्ता के भाई भाजपा नेता रिंकू गुप्ता के जिम में किसी काम से गया था। वह उसकी किसी बात को लेकर संजय गुप्ता के भतीजे अश्वनी गुप्ता से बहस हो गई। रिंकू गुप्ता का आरोप है कि सिपाही ने इस बहस के दरमियान अश्वनी को एक थप्पड़ मार दिया।
बस फिर क्या था। सत्ता की हनक और पॉवर लिए बैठे रिंकू गुप्ता ने अपने साथियों एक साथ सिपाही की जमकर पिटाई कर दिया। सिपाही को बुरी तरीके से मारा गया। इस दरमियान मौके अपर एक एएसआई भी उपस्थित था। उनके सामने सिपाही मार खाता रहा। वो एएसआइ सिर्फ मारने वाले लोगो से भैया बाबु कर रहा था। आखिर उसको भी तो मार खा जाने का डर सता रहा होगा। आखिर सत्ता का पॉवर है वो किसी को भी मार सकता था।
बहरहाल, वीडियो वायरल होने के बाद से दिल्ली पुलिस में हडकम्प मच गया। दिल्ली पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया था। पुलिस अधिकारी इसको एक गंभीर घटना मान रहे है और जाँच के बाद कड़ी कार्यवाही की बात भी कह रहे है। मगर कार्यवाही कब होगी ये किसी को नही मालूम है। अब देखना है कि दिल्ली पुलिस प्रकरण में कब तक जाँच पूरी कर पाती है और फिर कब कार्यवाही करती है। वैसे ये दिल्ली पुलिस के इकबाल से भी जुडा मामला है।
वैसे 1 अप्रैल की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद 15 अप्रैल की शाम पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए एक्शन की बात कही है। डीसीपी द्वारका ने कहा है कि 14 अप्रैल को वायरल हुए वीडियो क्लिप का गंभीर संज्ञान लेते हुए आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। फरार आरोपी को पकड़ने के लिए टीम लगा दी गई हैं। संजय गुप्ता को दिए गए PSO हटा लिए गए हैं।
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