फारुख हुसैन
लखीमपुर- खीरी। पलिया कलां दुधवा टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों की मौत का सिलसिला रहा है, आए दिन वन्यजीवों की मौतें हो रही हैं। जो दुधवा प्रशासन की कार्य शैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है। बीते दिनों में गेंडे, हाथियों और बाघों के शव जंगलों में संदिग्ध अवस्था में मिलने से दुधवा प्रशासन में हड़कंप मचा था। आज एक बार फिर दुधवा के जंगलों में गैंडे के बच्चे का शव मिलने से दुधवा प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
पशु चिकित्सक डॉक्टर दयाशंकर द्वारा आशंका जताई जा रही है कि बच्चे का मुंह पानी में डूबा हुआ था और शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं सम्भावना है कि नर और मादा गैंडे की आपस में लड़ाई के दौरान नन्ही मादा पानी की तरफ बढ़ गई और वहां से निकल नहीं पाई, जिसके कारण उसकी मौत हुई होगी। मृत्यु होने के कारणों की पुष्टि के लिए गेंडे के बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए आईवीआरआई बरेली भेज दिया गया है।
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