मुकेश यादव
दुनिया का शायद सबसे हिकारत का काम जिस्म फरोशी होती है। वैसे ये कारोबार हिकारत का है इसको सभी मानते है। यहाँ तक की जो जिस्म फरोश होते है वह भी इस कारोबार को हिकारत के कारोबार के तौर पर देखते है। इसके लिए पहले भी दलाल रहते थे जो सेक्स वर्कर्स के लिए ग्राहक लाते थे और उनके कमाई में अपना कमीशन लेते थे। मगर बदलते वक्त के साथ ये हकीर काम भी हाईटेक होता जा रहा है। इसके लिए भी अब वेबसाइट से लेकर सोशल मीडिया साइट्स पर विज्ञापन तक उपलब्ध है।
वेतन का भी किया गया है ज़िक्र
इस विज्ञापन में वेतन का भी ज़िक्र करते हुवे लिखा है कि “इस सुविधाओं आपको एक मीटिंग का काम से कम 10,000 रूपये मिलते है और ज्यादा से ज्यादा 15,000 मिलता है! पेमेंट कम ज्यादा इसलिए होता है कि कुछ क्लाइंट ज्यादा अमीर होते है और कुछ कम। लेकिन आपको एक मीटिंग का 10,000 रूपये मिलना तय है। अब लड़के हर महीने 40000 से 50000 कमाओ और अपनी जिंदगी के हर एक पल का मजा लो।”
वैसे मानना पड़ेगा इन काले कारोबारियों की हिम्मत को। एक तो काला कारोबार मगर वो भी इतना खुल्लम खुल्ला। शायद उनकी हिम्मत का सबसे बड़ा कारण ये होगा कि ये लोग जानते है कि पुलिस एक दुसरे जनपद पर मामले को टालती रहेगी। प्रकरण अमुक जनपद का है अथवा नंबर अमुक जनपद का प्रतीत होता है ये कह कर एक दुसरे के तरफ मामले को सिर्फ दिशा दे देना ही होता रहेगा और काला कारोबार चलता रहेगा।
तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…
सबा अंसारी डेस्क: संभल शाही जामा मस्जिद के कुए को हरिमंदिर बता कर पूजा की…
संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…
मो0 कुमेल डेस्क: बीते दिसंबर महीने में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक कार्यक्रम में…
तारिक आज़मी डेस्क: गूगल मैप की गलत लोकेशन बताने की कई खबरे आपने पढ़ा होगा।…
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी नगर निगम खुद को स्मार्ट होने का दावा कागजों पर करता…