मध्य प्रदेश : चोरी के शक में आदिवासी युवक की बर्बर पिटाई और लोडर में बाँध कर खीचने वालो पर प्रशासन हुआ सख्त, सरपंच महेंद्र गुर्जर सहित सभी आरोपियों के घर गरजा बुलडोज़र
तारिक खान
नई दिल्ली: पिछले मध्य प्रदेश के नीमच में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी। एक आदिवासी युवक को चोरी के महज़ शक में दबंगों ने इस कदर पीटा की उसकी मौत हो गई थी। युवक को आरोपियों ने चोरी के शक में पकड़ा था। उसे मारा-पीटा गया फिर पिकअप से बांध कर सड़क पर घसीटा गया। इसके बाद भी इंसानियत के दुश्मनों ने युवक को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। जिसके बाद पुलिस को सुचना दिया कि उन्होंने एक चोर को पकड़ा है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को अस्पताल पहुचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना के बाद मध्य प्रदेश सरकार की जमकर आलोचना होने लगी। लोगो ने मध्य प्रदेश पुलिस पर काफी तंज़ भी सोशल मीडिया पर कसे। इस घटना के कुछ दिन बाद रविवार को जिला प्रशासन ने हत्या के मामले में आरोपी उन व्यक्तियों की अवैध संपत्तियों को नष्ट कर दिया जो कि इस वारदात में शामिल थे। एक तस्वीर में एक घर मशीन तो तोड़ा जाता हुआ दिखाई दे रहा है। जिन लोगों की संपत्तियां तोड़ी गईं उनमें गांव के सरपंच के पति महेंद्र गुर्जर भी शामिल हैं।
गौरतलब हो कि गुरुवार को 45 वर्षीय कन्हैयालाल भील को चोरी के शक में बुरी तरह पीटा गया था। इसके बाद उसके पैर में रस्सी बांधकर उसे एक पिकअप ट्रक द्वारा घसीटा गया था। इसके बाद मारपीट करने वालों ने पुलिस हेल्पलाइन पर फोन करके दावा किया था कि उन्होंने एक चोर को पकड़ लिया है। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने कन्हैयालाल को पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया। उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों की पहचान की है और उनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों पर हत्या के अलावा आईपीसी की अन्य धाराओं और एससी / एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। बकिया की गिरफ़्तारी का प्रयास चल रहा है। आरोपियों के अवैध निर्माण को तोड़ने की बात सोशल मीडिया पर आने के बाद इस कार्यवाही की ज़बरदस्त प्रशंसा हो रही है।