तारिक़ आज़मी
वाराणसी। सुबह से आपने अलग-अलग खबरों में टप्पेबाजों की गिरफ्तारी के सम्बन्ध में समाचार पढ़ा होगा। टप्पेबाजों की गिरफ्तारी बेशक वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की एक बड़ी सफलता है। आम इंसानों की खून-पसीने की गाढ़ी कमाई चुरा लेने वाले अंतररज्यीय टप्पेबाजी गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश आखिर कर ही दिया है। इन गिरफ्तार टप्पेबाजों में तमिलनाडु के चार बदमाश और वाराणसी के एक ऑटो चालक को गिरफ्तार किया गया है। यह पूरी गिरफ्तारी थाना लालपुर-पांडेपुर द्वारा की गई है।
टप्पेबाज गिरोह के सदस्यों ने पूर्वांचल के कई जिलों में आतंक मचा रखा था। यह गिरोह चार पहिया गाड़ी से यात्रा कर रहे बुजुर्ग या महिला यात्री को शिकार बनाता था। ये लोग टारगेट के बैग को पकड़ने के तरीके से उसमें मौजूद सामान की कीमत का अंदाज लगा लेते थे। बताते चले कि कुछ दिन पहले चार्टर्ड एकाउंटेंट शशिकांत गुप्ता को भी इसी गिरोह ने अपना शिकार बनाया था। इस दौरान वारदात को अंजाम देने के बाद गिरोह गहने और लैपटॉप लेकर फरार हो गया था। इस गिरोह की इस घटना के बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए0 सतीश गणेश ने सख्ती दिखाई और इन टप्पेबाजों की गिरफ्तारी का आदेश देते हुए टीम का गठन किया।
सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच कराई गई। इस दौरान पुलिस को अहम सुराग मिले और पूरी जांच के दौरान आरोपित पकड़ में आ गए। आरोपियों के पास से सोने के गहने समेत लाखों का माल भी बरामद हुआ। तमिलनाडु के मूल निवासी विजय, गोपी, संतोष और सूरज समेत वाराणसी के प्रह्लाद घाट निवासी ऑटो चालक राजेश यादव को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अब सभी आरोपितों पर गैंगस्टर एक्ट लगाने की तैयारी है।
खबरों में फोटो देख चौके लोग
आज जब टप्पेबाजों की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो सबसे अधिक राजघाट स्थित बालूमंडी के आसपास के लोग चौक पड़े थे। ये टप्पेबाज़ अक्सर गदाई की तरह बालूमंडी में स्थित पानी की टंकी के नीचे टाट बिछा कर रात को सोते थे। ऑटो चालक प्रह्लाद घाट का ही रहने वाला था और वह भी अक्सर इन टप्पेबाजों के साथ सुबह से लेकर रात तक रहता था। इलाके के सूत्र बताते है कि इनकी तय्दात केवल 5 नही बल्कि ज्यादा है। जो शायद अपने साथियों के पकडे जाने के कारण फरार हो गए होंगे। इन टप्पेबाजों के गुनाह बेशक पकड़ में आये है मगर शायद देर से पकड़ में आये है।
ये वह गुनाह सामने है जिसकी जानकारी पीडितो ने पुलिस को दिया है। काफी ऐसी भी टप्पेबाज़ी शहर में हुई होगी जिसकी सुचना पीडितो ने पुलिस को दिया ही नहीं होगा। भदऊ चुंगी पर रहने वाले लोगो को इस बात की शंका भी है कि इन टप्पेबाजों के अन्य साथी शहर में ही कही जाकर छिप गए होंगे। वही अब इलाके के लोग इस बात पर मश्वरा कर रहे है कि इस आसपास क्षेत्र में इस प्रकार से अजनबियों को सोंने से मना कर देना है।
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