Crime

वाराणसी पुलिस कमिश्नर हुवे सख्त तो शाइन सिटी पर कसना शुरू हुआ शिकंजा, प्रदेश का बड़ा फ्राड राशिद नसीम का दाहिना हाथ तारिक़ आखिर चढ़ ही गया जैतपुरा पुलिस के हाथे

शाहीन बनारसी/ए जावेद

वाराणसी। कभी ज़मीन तो कभी सोना, कभी टूर पॅकेज तो कभी सस्ती गाड़ियां ले लो का सपना दिखाने वाला शायद उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा फ्राड का तमगा लिए शाइन सिटी का कर्ताधर्ता राशिद नसीम भले से फरार है, मगर वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश की सख्ती ने अपना असर दिखाया और राशिद नसीम का खासमखास, उसके कारोबार में लोगो का पैसा हडप कर उसकी फर्जीगिरी में अपना बड़ा योगदान देने वाला बड़ी बाज़ार निवासी कई सालो से फरार तारिक़ आखिर जैतपुरा पुलिस के हत्थे पड़ ही गया। काफी समय से जैतपुरा इस्पेक्टर शशि भूषण राय तारिक़ की गिरफ़्तारी के लिए प्रयासरत थे। जिसमे आज उनको बड़ी सफलता हाथ लगी है।

गौरतलब हो कि जमीन दिलाने, सस्ता सोना दिलाने, सस्ती गाडी दिलवाने व टूर पैकेज के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करके शाइन सिटी कंपनी का मालिक राशिद नसीम और उसका भाई परवेज़ नसीम देश छोड़ कर फरार हो गए। मगर फरार होने के बाद भी ज़ूम एप के माध्यम से अपना काला कारोबार जारी रखे हुवे है। उसके गुर्गे आम जनता के खून पसीने की कमाई को लूट कर अपने आका राशिद नसीम को भेजते रहते है। इस कारोबार में उसके खासमखास लोगो में मोहम्मद तारिक भी शामिल है। बड़ी बाज़ार के रहने वाले मोहम्मद फारुक का बेटा तारिक अपने आका के लिए लोगो के खून पसीने की कमाई को लूट रहे थे। इस सम्बन्ध में वर्ष 2019 में तारिक पर नामज़द मुकदमा जैतपुरा में दर्ज हुआ था।

मुकदमा दर्ज होने के बाद से तारिक हट बढ़ कर रह रहा था और ज़ूम एप के माध्यम से अपने आका राशिद नसीम के सम्पर्क में था। वही जैतपुरा इस्पेक्टर शशि भूषण राय तारिक की गिरफ़्तारी हेतु काफी समय से प्रयासरत थे। इसी दरमियान मुखबिर के द्वारा सूचना मिलने पर तारिक को गिरफ्तार कर लिया गया। जैतपुरा पुलिस के पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने आका राशिद नसीम के लिए बतौर बीडीएम काम करता है। पुलिस को चकमा देकर अभी भी वह शाइन सिटी में काम कर रहा था और अपने घर से हट बढ़ कर रह रहा था। इस पूरे प्रकरण की जांच आईओडब्ल्यू के प्रभारी शिवानन्द मिश्रा भी कर रहे है।

शाइन सिटी के सबसे करीबी अमिताभ श्रीवास्तव को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार किया था। अभी उसकी पत्नी मीरा श्रीवास्तव जिसके ऊपर कुल 37 मामले दर्ज है की पुलिस को अभी भी तलाश है। इस मामले में सुसूवाही निवासी राजीव सिंह और लल्लापूरा का आरएन भार्गव उर्फ़ कमलेश अभी भी फरार है और पुलिस इनकी तलाश में है। इन सभी पर लखनऊ और वाराणसी में मुक़दमे दर्ज है। सूत्रों की माने तो शाईन सिटी का मालिक राशिद नसीम और उसका भाई दुबई में अपने आकाओं के शरण में है और भारत के आम नागरिको की खून पसीने की कमाई लेकर मौज कर रहे है। प्रयागराज के करेली में निवास के दरमियान दोनों भाई सहित उसके बाप भी लोगो पर अपनी दौलत की काफी धौस दिखाते थे। अब दूसरो की खून पसीने की कमाई से बनाई हवेली नुमा बंगले में ताला पड़ा हुआ है।

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