गैंगरेप का आरोपी दरोगा उमराव खान गिरफ्तार, इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग के लिए गया था सीतापुर
शाहीन बनारसी / अनुराग पाण्डेय
वाराणसी। वाराणसी में गैंगरेप के आरोप में डेढ़ साल से ज्यादा समय से वांछित दरोगा उमराव खान को भेलूपुर थाने की पुलिस ने सीतापुर स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर से गिरफ्तार किया है। दरोगा उमराव इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग करने के लिए सीतापुर गया हुआ था। पुलिस टीम ने इसकी पुष्टि कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आज आरोपी उमराव खान को वाराणसी की अदालत में पेश किया जाएगा।
फरवरी 2020 में दर्ज हुआ था मुकदमा भेलूपुर थाना अंतर्गत बजरडीहा क्षेत्र की एक महिला के साथ साल 2019 के आखिरी में गैंगरेप हुआ था। आरोपियों ने 4 बच्चों की मां को नशीला पदार्थ खिलाकर गैंगरेप किया था और उसका वीडियो भी बना लिया था। इसके बाद एक युवक ने वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया था। पीड़िता के पास जब वह वीडियो पहुंचा तो वह 3 फरवरी 2020 को भेलूपुर थाने की पुलिस से संपर्क की। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि भेलूपुर थाने की बजरडीहा चौकी पर तैनात दरोगा उमराव खान, बजरडीहा निवासी इब्राहिम, हाजी मैनुद्दीन और एक अन्य ने उसके साथ रेप किया था।
बजरडीहा के कोल्हुआ निवासी मो. शाहिद पर पीड़िता ने गैंगरेप का वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया था। अन्य आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए थे लेकिन दरोगा की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। कारण कि उसका तबादला वाराणसी से अन्यत्र हो गया था और पुलिस भी विभाग का ही आदमी समझ कर सख्ती से पेश नहीं आ पा रही थी।
इस संबंध में पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि आरोपी दरोगा मुकदमे में वांछित था। भेलूपुर थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है और अदालत में पेश करेगी। मुकदमा चाहे पुलिसकर्मी पर हों या आम आदमी के खिलाफ हों, कानून सभी के लिए बराबर है।
2017 में उमराव की कचहरी में हुई थी पिटाई
दरोगा उमराव खान पहले भी वाराणसी में चर्चित रहा है। 30 अक्टूबर 2017 को दरोगा उमराव एक मुकदमे की पैरवी के लिए कचहरी गया था। उस दौरान पहले के एक विवाद को लेकर एक अधिवक्ता दरोगा से उलझ गए थे। इसके बाद अधिवक्ताओं ने दरोगा उमराव की बुरी तरह से पिटाई की थी। तब किसी तरह से उसने अदालत कक्ष में छुप कर अपनी जान बचाई थी।