सिगरा इंस्पेक्टर साहब, जब वारंटी को माताकुंड पुलिस पकड़ कर छोड़ देगी, तो वो बरवातले कब्रिस्तान में मादक प्रदार्थ ही बेचेगा, आप फोटो देख ले, कब्रिस्तान में आखिर ये चिलमन क्यों है ?
इदुल अमीन / शिवम राय
वाराणसी। वाराणसी जनपद के सिगरा थाना क्षेत्र के माताकुंड पुलिस चौकी से महज़ चंद कदम की दूरी पर खुड्डीद्वार मैदान के पास तंग गलियों में स्थित बरवातले कब्रिस्तान में आराम फरमा रहे कब्रिस्तान के मुर्दों के बीच विशेष रूप से पर्दा घेर कर कुछ संदिग्ध लोग बैठे रहते है। शाम लगभग 5 बजे से शुरू होने वाला ये दरबार रात 8 से 9 बजे तक चलता रहता है। एक गोपनीय तरीके से यहाँ कुछ न कुछ गड़बड़ समझ में आता है।
कई दिनों और कई रातो की मेहनत के बाद हमारे सूत्रों ने यहां की जानकारी निकाली। सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार यहां पर गांजा की सेवा उपलब्ध रहती है। साथ ही शौकीनों को कोरेक्स सिरप भी मिल जाता है। अगर गांजा पीने का शौकीन यहां से गांजा लेता है तो पीने के लिए चिलम और 2-4 बीड़ी मुफ्त में उपलब्ध हो जाएगी। इन गांजो के शौकिनो को अपना शौक पूरा करने के लिए यहां जगह भी मिल जाती है। अब कब्र के मुर्दे भले ही अन्दर बैठ कर परेशान हो रहे हो कि लोग आकर हमारी कब्र पर दो बत्ती जलाते है, और इसके बजाय लोग यहाँ गांजा का धुवाँ फूंक रहे है। मगर इन गजेडियों को न शर्म है इसकी और न हया। छोटी सी कब्रिस्तान में लगे इस गेट के अन्दर घुसते के साथ ही आपको गांजे की महक कब्रिस्तान से बाहर जाने के लिए मजबूर कर देगी। इनको तो गांजे का कश लगाना है और मौज करना है।
यहां पर चलने वाले इस अड़ी के सम्बन्ध में जब हमने तफ्तीश किया तो जानकारी हासिल हुई कि इन अड़ीबाजों को संरक्षण यहां के एक सपा नेता द्वारा प्राप्त है। इस अड़ीबाजों को सपा नेता का संरक्षण मिलने के बाद से इनके हौसले बुलंद हो गये। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां पर कोरेक्स सिरप भी अवैध तरीके से बिकता है। मगर स्थानीय पुलिस को इसकी भनक भी न हो, यह कैसे संभव है। स्थानीय चौकी प्रभारी माताकुंड भले ही इलाके में शान्ति वयवस्था और सुरक्षा तथा अपराध नियंत्रण की बात कहे मगर धरातल पर हकीकत कुछ और ही नज़र आती है। यहाँ माताकुंड पुलिस चौकी से सड़क पर निकलते के साथ ही कोरेक्स बाज़ लडको का झुण्ड बैठा मिल जायेगा। देर रात तक ये वही सडको की पटरी पर किसी के चबूतरे पर अथवा दरवाज़े पर बैठे रहते है। ये कोरेक्स के नशेडी समाज के लिए कितने खतरनाक साबित हो सकते है शायद ये बात पुलिस नही जानती है।
बहरहाल, हम केवल बरवातले कब्रिस्तान की ही बात करते है जहा ये स्पेशल अड्डा चल रहा है। इस अड़ी को चलाने वाले एक सपा नेता के भाई ने लगता है कब्रिस्तान जाने के पहले ही वह रहने की आदत डाल रहे है। यहाँ कोरेक्स की सप्लाई क्षेत्र का ही एक युवक करता है। इस युवक के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार बरेका के आसपास रहने वाला ये युवक सुबह से लेकर देर रात तक इसी इलाके में रहता है। अभी करीब 20 दिन पहले ही इसका एक गैरज़मानती वारंट जारी हुआ था। सूत्र बताते है कि इसको माताकुंड पुलिस चौकी पर तैनात कुछ सिपाहियों ने पकड़ भी लिया था मगर कुछ देर बाद ही क्षेत्र के एक सपा नेता ने इसकी पैरवी किया और पुलिस से छुडवा लिया।
स्थानीय पुलिस समझती थी कि गैरज़मानती वारंट पर पकड़ा गया युवक पुलिस चौकी से ही छुट जायेगा तो गलत काम छोड़ कर हाजी नमाज़ी बन जायेगा। मगर शायद पुलिस ने सपनो में भी नही सोचा होगा कि यह नवजवान कोरेक्स पीते पीते कोरेक्स की सप्लाई भी चालु कर देगा। सूत्र बताते है कि बरवातले कब्रस्तान पर एक एक कब्र को इसने कोरेक्स रखने का अड्डा बना लिया है और वही से कोरेक्स सप्लाई करता है। कब्रस्तान जैसी जगह जहा इंसान अपने बुजुर्गो के लिए अपनी भावना लेकर जाता है वहा पर गांजा और कोरेक्स बाजों का अड्डा लगे तो फिर भावनाओं को ठेस कैसे पहुचेगी इसका अहसास किया जा सकता है।
सबसे मजेदार डायलाग यहाँ मिला इस जगह को अपना अड्डा बनाये हुवे युवक से जिसने कहा कि “क्या हुआ जो कब्रिस्तान पर बैठकी हम करते है, मर के तो सबको यही आना है।” बात तो उसकी भी सही है। मर कर जाना ही है कब्रिस्तान अथवा शमशान, तो ये लोग खुद से पहले ही आकर बैठ गए है कब्रिस्तान पर बैठ गए है। जब गांजा या कोरेक्स पीकर मर जायेगे तो मरने के बाद सबको फोन करके बता देंगे कि आकर मिटटी दे लो। हकीकत में लानत है ऐसे लोगो पर जो कब्रस्तान को नशेबाज़ी का अड्डा बनाये रखे है। अन देखना होगा कि माताकुंड चौकी इंचार्ज कैसे इस अड्डे को खत्म करवाते है अथवा सपा नेता के दबाव में चलता ही रहेगा सब।