संजय ठाकुर/अखिलानंद यादव
मऊ। जोगापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अक्सर डॉक्टरों व कर्मचारियों द्वारा अनियमितता देखने को मिलती है। कभी डॉक्टरों द्वारा मरीजों के साथ दुर्व्यवहार तो कभी कर्मचारियों द्वारा दवा के नाम पर आनाकानी। संबंधित एक बड़ा मामला प्रकाश में आया है। एक मरीज द्वारा उपलब्ध कराए गए वीडियो के अनुसार शुक्रवार को दिन के 11:40 मिनट तक कोई भी डॉक्टर स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद नहीं पाया गया। जिससे मरीज निराश होकर इंतजार पर इंतजार किए जा रहे थे कि कब कोई डाक्टर आए और उपचार हो सके।
स्वाभाविक हैं इस दौरान अगर कोई मरीज गंभीर अवस्था में स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए आता है तो उसकी जान भी जा सकती है। स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टरों की गैर हाजिरी साफ साफ बयां कर रही है कि प्रदेश में किस प्रकार की शासन व्यवस्था चल रही है। इस संदर्भ में जब चीफ मेडिकल ऑफिसर मऊ से बात किया गया तो उनका जवाब मिला कि “बरसात हो रही है बरसात की वजह से ही डॉक्टर अभी तक नहीं पहुंचे अभी मैं उनसे संपर्क करके पहुंचने के लिए आदेशित करता हूं।“ उसके बाद स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक कर्मचारी से बात हुई तो उसने बताया कि सारे डॉक्टरों की नियुक्ति गांव-गांव में टीकाकरण के लिए लगाया गया है। वर्तमान में सिर्फ एक ही डॉक्टर स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए मुहैया है और वो भी बरसात की वजह से गायब हैं।
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