शाहीन बनारसी (इनपुट अनिल कुमार)
बिहार। दुनिया के हर एक धर्म में प्यासे को पानी पिलाना पुण्य कार्य माना जाता है। धर्म छोड़े साहब इंसानियत के तागाज़े के तहत भी किसी प्यासे को पानी पिलाना एक बड़ा पुण्य का काम है। मगर वही इस समाज में कुछ लोग ऐसे भी है जो एक प्यासे को पानी पीने पर उसकी इतनी पिटाई कर देते है जिससे उसकी मौत हो जाए। बेशक आप इस घटना पर लानत भेज रहे होंगे। लानत जैसे शब्द भी ऐसे लोगो के लिए कम ही है।
पीड़ित के बेटे रमेश सैनी ने कहा, मेरे पिता मवेशियों के लिए घास लेने गए थे। उन्हें प्यास लगी और पानी के लिए एक हैंडपंप पर गए थे। हैंडपंप के मालिक की अनुमति के बिना पानी पीने से नाराज एक व्यक्ति ने उसके पिता को पीटा। बाद में उसके पिता मर गए। हमारी उनसे कोई दुश्मनी नहीं थी।
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