वाराणसी पुलिस कमिश्नर की टीम ने हत्या के महज़ 24 घंटे के अन्दर किया सफल खुलासा, तीन आरोपी मय आला-ए-क़त्ल के गिरफ्तार, लूट को अंजाम देने से मना करना बना हत्या का कारण
शाहीन बनारसी
वाराणसी। वारणसी के सिगरा थाना क्षेत्र में दीपावली के रोज़ हुई हत्या की घटना का सफल खुलासा करते हुवे सिगरा पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके निशानदेही पर आला-ए-कत्ल बरामद कर लिया है। गिरफ्तार अभियुक्तों ने हत्या का कारण वह वाकई अचंभित कर देने वाला था। लूट की घटना दीपावली वाले दिन न करने की बात पर ही हत्यारोपियो ने घटना को अंजाम दिया था।
घटना के सम्बन्ध में बताते चले कि दीपावली के रोज़ शाम लगभग 7:30 बजे के करीब सिगरा थाना क्षेत्र स्थित बादशाह बाग़ कालोनी स्थित पार्क में एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दिया गया था। इस हत्या के बाद मृतक की शिनाख्त चन्दन श्रीवास्तव उर्फ़ अमन के रूप में हुई थी। मृतक अमन के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दिया था। मृतक के पिता का आरोप था कि उसके बेटे के मित्रो ने ही उसके साथ लूट की घटना को अंजाम देते हुवे उसकी हत्या कर दिया है। इस मामले में सफल खुलासे के लिए डीसीपी वरुणा के द्वारा सिगरा इस्पेक्टर अनूप शुक्ला के नेतृत्व में क्राइम टीम के तेज़ तर्रार एसआई प्रकाश सिंह और माताकुंड चौकी इंचार्ज विजय प्रकाश यादव की एक टीम का गठन किया था।
इसके बाद मामले का खुलासा करते हुवे महज़ 24 घंटो के अन्दर ही घटना में शामिल तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार आकर आला-ए-क़त्ल बरामद कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम सेनपुरा चेतगंज निवासी सचिन जायसवाल, महामूरगंज निवासी देवेश खेलवानी, पिशाचमोचन निवासी सतीश पाल उर्फ़ सत्यपाल है। एक अन्य आरोपी अमित सोनकर उर्फ़ जीतू सोनकर फरार है। इन अभियुक्तों का अपराधिक इतिहास भी है।
पुलिस ने इस घटना में कल शाम को लगभग 3 बजे के करीब ही गिरफ्तार कर मामले में पूछताछ किया। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त सचिन ने बताया कि वह खुद अपने साथियों देवेश खेलवानी, सतीश पाल उर्फ़ सत्यपाल तथा जीतू उर्फ़ अमित सोनकर के साथ चन्दन को दीपावली का इंतज़ाम करने के लिए लेकर बादशाह बाग़ कालोनी के पार्क में आया और लूट की घटना को अंजाम देने की बात किया। जिसपर चन्दन ने यह कहते हुवे मना कर दिया कि आज त्यौहार के दिन ऐसा कुछ नही करना है जिससे जेल जाना पड़े।
एक तरफ चन्दन के दोस्त लूट करना चाहते थे और दूसरी तरफ त्यौहार के दिन चन्दन कोई घटना को अंजाम नही देना चाहता था। सचिन द्वारा पुलिस को दिया बयान को आधार माने तो सचिन ने चन्दन को डराने के मकसद से अपनी अवैध पिस्टल से दो हवाई फायर किया। मगर चन्दन नही डरा और सभी अपने दोस्तों को गाली देने लगा। जिसके बाद उसकी हत्या करने की नीयत से सचिन ने उसको गोली मार दिया। गोली चन्दन के गर्दन में लगने के बाद वही वह गिर कर छटपटाने लगा। जिसके बाद सचिन वही पार्क में एक सूखे पत्तो के बीच आला-ए-क़त्ल छिपा कर भाग गया।
पुलिस ने तीनो अभियुक्तों को बादशाह बाग़ पानी टंकी के पास से गिरफ्तार कर उनकी निशाँन देही पर आला-ए-कत्ल बरामद कर लिया है। मामले में पुलिस अग्रिम विधिक कार्यवाही कर रही है। पुलिस ने तीनो अभियुक्तों के कब्ज़े से 2 अदद पिस्टल, तीन मैगजीन, 5 कारतूस, 2 मोबाइल और 2540 रुपया नगद बरामद किया है। गिरफ़्तारी करने वाली पुलिस टीम में इस्पेक्टर सिगरा अनूप कुमार शुक्ला, एसआई क्राइम प्रकाश सिंह और माताकुंड चौकी इंचार्ज विजय प्रकाश यादव आदि शामिल थे। प्रकरण में अमित सोनकर उर्फ़ जीतू सोनकर फरार है। पुलिस उसकी गिरफ़्तारी के लिए दबिश डाल रही है। समाचार लिखे जाने तक जीतू गिरफ्तार नही हो पाया था।