Kanpur

बेदर्द वालिदैन : जन्मजात बच्ची को पैदा होते ही फेका गया, मासूम की हालत नाज़ुक

आदिल अहमद

कानपुर। वालिदैन जो अपने बच्चो के लिए साए की तरह होते है, उन्हें पैदा करने से लेकर पालने पोसने तक की सारी जिम्मेदारियां बखूबी निभाते है। औलादों को ज़रा सी चोंट लगता है तो दर्द वालिदैन को पहुँचता है। माँ जो स्नेह भरे ममता से एक बच्चे को अपनी कोख में 9 माह रखती है और पिता जो एक बाप बनने की ख़ुशी में न जाने अपने बच्चो को लेकर कितने अरमान रखते है अपने दिल में। हर वालिदैन को ख़ुशी होती है, जब उनका बच्चा इस दुनिया में आने वाला होता है।

मगर कुछ ज़ालिम ऐसे भी होते है जो ज़ुल्म-ओ-सितम की इन्तहा ख़त्म कर देते है। ऐसा ही एक वाक्य कानपुर के निकट औरैया में सामने आया है जहा जन्म के बाद ही बच्ची को फेक दिया जाता है। एक नवजात शिशु को जन्म देने वाले माँ-बाप क्या अपने बच्चे को ऐसे ही मरने के कही भी फेंक सकते है? इसको सोच के ही रूह काँप जाती है।  आखिर कैसे जालिम माँ बाप रहे होंगे जिन्होंने इस तरीके की घटना को अंजाम दिया। आखिर उस मासूम को चंद साँसे लेने के पहले ही दुनिया में इस तरीके का ज़ुल्म उसके साथ क्यों किया गया ?

यूपी में औरैया जिले के सौ शैय्या अस्पताल में मंगलवार सुबह नवजात को लेबर रूम के पास फेंके जाने से हड़कंप मच गया। नवजात के रोने और उसे खून से लतपथ देख मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य कर्मियों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। नवजात की हालत गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल में मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक फेंकी गई बच्ची है। अपर सीएमओ डॉ0 शिशिर पुरी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

pnn24.in

Recent Posts

शम्भू बॉर्डर पर धरनारत किसान ने सल्फाश खाकर किया आत्महत्या

तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…

2 hours ago

वर्ष 1978 में हुवे संभल दंगे की नए सिरे से होगी अब जांच, जाने क्या हुआ था वर्ष 1978 में और कौन था उस वक्त सरकार में

संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…

5 hours ago