अतिथि देवो भवः : काशी का रखा मान, सोशल मीडिया पर मिल रहा चौक इस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा के कारण वाराणसी कमिश्नरेट को सम्मान
ए0 जावेद
वाराणसी। जाम के झाम में फंसी काशी को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए सभी स्तर पर कवायद जारी है। मगर जाम की समस्या का उचित निदान नही हो पा रहा है। कभी कभी ये जाम हमारी काशी के मान से भी पर्यटकों की नज़र में खिलवाड़ करने लगता है। मगर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस आज भी अपने कर्तव्य निष्ठां से इस चर्चा में रहती है। ताज़ा मामला सोशल मीडिया के इन्स्टाग्राम पर जमकर वायरल हो रहा है और वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की तारीफों के पुल बांधे जा रहे है।
हुआ कुछ इस प्रकार की बैंगलोर की रहने वाली संध्या नागपाल अपने अन्य साथियों सहित पर्यटन के उद्देश्य से वाराणसी आई हुई थी। 18 दिसम्बर को 4 बजे दोपहर में जब वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट वीआईपी ड्यूटी में मशगुल थी उसी समय संध्या नागपाल और उनके अन्य पर्यटक साथी वाराणसी से वापस बेंगलोर को जा रहे थे। उनकी फ्लाइट का समय 6:40 था और जिस प्रकार जाम लगा हुआ था ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वह जाम के कारण फ्लाइट नही पकड़ पायेगी। उनकी गाडी जाम के भवर जाल में फंसी हुई थी। बांसफाटक के पास का जाम लगभग निकलने में 2 घंटे लगा देता।
आखिर परेशान होकर पर्यटक संध्या ने चौक इस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा से संपर्क किया और उनको अपनी समस्या बताई। संध्या की माने तो पुरे रास्ते कही पैदल चलने की भी जगह नही थी। गाडी चीटी की रफ़्तार से भी सुस्त होकर आगे बढ़ पा रही थी। पर्यटकों की समस्या को देखते हुवे चौक इस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा ने अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करते हुवे सभी पर्यटकों को पहले जाम से बाहर निकाला और फिर गोदौलिया चौराहे से निजी वाहन की व्यवस्था करके सभी पर्यटकों को एयरपोर्ट तक भेजा।
पर्यटकों के दल में शामिल संध्या नागपाल ने बैंगलोर पहुचने के बाद अपने इन्स्टाग्राम आईडी से वाराणसी की तस्वीरे पोस्ट करते हुवे शिवाकांत मिश्रा की तारीफे लिखी है कि आखिर कैसे उन्होंने उनके गंतव्य तक जाने के लिए उनकी सहायता किया। इस पोस्ट को सोशल मीडिया में जमकर सराहना मिल रही है और इसके ऊपर लिखे और कमेन्ट की बहार आ गई है।