वसीम रिज़वी अब बने हरबीर नारायण त्यागी, अपनाया हिन्दू धर्म, कहा अब हिंदुत्व का करूँगा प्रचार प्रसार
तारिक खान/आफताब फारुकी
लखनऊ। शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन और अपनी हरकतों और बयानों से अक्सर विवादों में रहने वाले वसीम रिज़वी अब वसीम रिज़वी नही बल्कि हरबीर नारायण त्यागी बन गए है। वसीम रिज़वी ने आज हिन्दू धर्म अपना लिया है। उनका नया नाम कारण हरबीर नारायण त्यागी हुआ है। अब हरबीर नारायण त्यागी (वसीम रिज़वी) ने कहा है कि वह हिंदुत्व के प्रचार प्रसार हेतु काम करेगे।
गौरतलब हो कि अपने बयानों और कृत्यों से अक्सर चर्चा में रहने वाले वसीम रिज़वी सीबीआई जाँच के दायरे में आने के बाद से खासी चर्चा बटोरने की कवायद अक्सर करते रहते है। पिछले दिनों उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल कर कुरआन से 26 आयते हटाने की मांग करते हुवे कहा था कि ये आयते आतंकवाद को बढ़ावा देती है। इसके बाद वसीम रिज़वी मुस्लिम आलिमो के निशाने पर आ गए थे। वही दूसरी तरफ एक मज़हब से बेवजह की अपनी नफरत रखने वाले कुछ लोगो ने वसीम रिज़वी का समर्थन किया था।
इसी दरमियान वसीम रिज़वी के पुरे परिवार ने उनसे अपना किनारा कर लिया था। वसीम रिज़वी के भाई ने अपना बयान जारी कर कहा था कि उनका और उनके परिवार के किसी भी सदस्य से वसीम रिज़वी का कोई लेना देना नही है। इसके बाद वसीम रिज़वी के बाल-बच्चे भी उन्हें छोड़ कर चले गए थे। परिवार में अलग थलग पड़े वसीम रिज़वी के इस हरकत पर मुस्लिम आलिमो ने एक बैठक बुलाकर सर्वसम्मति से वसीम रिज़वी को इस्लाम से बेदखल करने का एलान किया था। इस बैठक के बाद शिया समुदाय के सबसे बड़े आलिम कल्बे जव्वाद ने कहा था कि वसीम रिज़वी के मरने पर उसको किसी कब्रिस्तान में दफन नही होने दिया जायेगा।
इस झटके से अभी वसीम रिज़वी उबरे भी नहीं थे कि इसी बीच सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई के दरमियान जमकर उन्हें फटकार लगाईं और इस याचिका को ख़ारिज करते हुवे उनके ऊपर पेनाल्टी भी लगा दिया था। इसके बाद अलग थलग पड़े वसीम रिज़वी को बहुचर्चित और अक्सर विवादों में रहने वाले गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि का साथ मिला और वसीम रिज़वी ने एक विवादित किताब लिखा है जिसका पुरे देश में विरोध हो रहा है। इसके बीच वसीम रिज़वी ने अपना बयान जारी करते हुवे कहा कि उनके मरने पर उन्हें हिन्दू रीति रिवाज से जलाया जाए। जिसके बाद उन्होंने धर्म परिवर्तन करने का एलान किया था।
आज इसी कड़ी में वसीम रिज़वी हरबीर नारायण त्यागी बन गए। उन्होंने गाज़ियाबाद के डासना मंदिर में महंत यति नरसिंहानन्द गिरी के सामने हिन्दू धर्म अपनाया। यति नरसिंहानंद ने धार्मिक अनुष्ठान कर उन्हें हिन्दू धर्म में शामिल किया और उनका नया नामकरण हरबीर नारायण त्यागी किया। इस धर्म परिवर्तन के बाद वसीम रिज़वी से हरबीर नारायण त्यागी बनने वाले पूर्व चेयरमैन शिया वक्फ बोर्ड ने कहा कि वह अब हिंदुत्व के प्रचार प्रसार का काम करेगे।