विलुप्त हो चुके गिद्धों का दिखाई दिया झुंड, पर्यावरण प्रेमियों में छाई खुशी

फारुख हुसैन

लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी जिले के इंडो-नेपाल सीमा के तराई में मौजूद दुधवा टाइगर रिजर्व की रेजों में इस वक्त विलुप्ती की कगार पर पहुंचे गिद्धों की संख्या में इज़ाफा देखने को मिल रहा है, जिसके चलते पर्यावरण प्रेमियों में काफी खुशी देखने को मिल रही है। दरअसल, जिले के दुधवा टाइगर रिजर्व से सटे ग्राम बंसीनगर स्थित क्रॉक कैम्प के पास बीते कुछ दिनों से विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे एक गिद्धों का झुंड दिखाई दे रहा है। जिनको देखकर पर्यावरण प्रेमियों में काफी खुशी देखने को मिल रही है। वहीं गिद्धों का झुंड दिखाई देने की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारियों में भी खुशी दिखाई दे रहीं है।

बताते चले कि दुधवा से सटे ग्राम बंसी नगर में वन्य जीव एवं पर्यावरण प्रेमी अनुराग प्रकाश काफी वक्त से गांव में ही क्रॉक कैंप के नाम से एक नेचर विद्यालय चला रहे हैं। जहां पर वह गांव के ही नन्हे-मुन्ने बच्चों को प्रकृति और वन्य जीव से संबंधित तमाम तरह की जानकारियां और उनके रहन-सहन के बारे में भी  जानकारी देते हैं। वहीं उन्होंने वन्यजीवों को स्वच्छंद विचरण करने में तमाम तरह की भूमिका भी निभाते हैं, जिससे कि वन्यजीवों को स्वच्छंद विचरण करने में किसी तरह की कोई परेशानियां ना हो। इसी को लेकर बीते 2 दिन पूर्व ही उनके कैंप के पास लगे सेमल के पेड़ों पर व आस पास खेतों में गिद्धों का एक झुंड दिखाई दे रहा है। जिनकी संख्या भी काफी तादाद में है जिसको देखकर उन्होंने अपने कैमरे से गिद्धों की एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल की है, जो कि काफी तेजी से वायरल हो रही है।

वहीं उन्होंने दुधवा के अधिकारियों को उनके होने की जानकारी देकर सुरक्षा की मांग की है जिससे कि कोई उनको नुकसान ना पहुंचा सके। बीते कुछ वर्षों से पर्यावरण में हुए बदलाव के चलते गिद्धों की संख्या में काफी गिरावट नज़र आई थी और गिद्धों का दिखाई देना समाप्त ही हो गया था। बताया जा रहा है कि प्रजनन में आई कमी के कारण गिद्धों की संख्या न के बराबर होती गयी। जिससे वन विभाग की ओर से इसकी सुरक्षा के पुख्ता इन्त्ज़मात किये गये। आपको यह भी बताते चले कि गिद्धों को पर्यावरण सफाई कर्मी भी कहा जाता है, जो मृत जानवरों के पड़े शवो को खाता है। झुंड में गिद्धों की संख्या लगभग बीस के करीब बताई जा रही है।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *