आदिल अहमद
कानपुर। भाजपा विधायक अभिजीत सांगा को सिख समुदाय के खिलाफ ट्वीट करना अब भारी पड़ रहा है। बताते चले कि पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला रोके जाने की घटना के बाद बिठूर के भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा के ट्वीट से सिख समाज आहत है। समाज के लोगों का कहना है कि अभिजीत सिंह सांगा ने अपने ट्वीट से सिख दंगा पीड़ितों के जख्मों को हरा कर दिया है। जब इसका विरोध हुआ तो अब सफाई देते नजर आ रहे हैं। पहले ट्वीट डिलीट किया। फिर खुद को निर्दोष बताते हुए बोले कि ट्वीट करने वाले सहयोगी की गलती थी, उसे हटा दिया है। इसके बाद सफाई दी कि उनका एक-एक शब्द कांग्रेस के खिलाफ है।
इसके बाद सांगा ने वह ट्वीट डिलीट कर दिया और कहा कि उनका एक एक शब्द कांग्रेस के खिलाफ था। इसके बाद सांगा ने माफी का वीडियो जारी कर सिख समुदाय से माफ़ी भी मांगी। मगर सिख समाज में असंतोष कम नही हुआ है। भाजपा से जुड़े सिख समाज के लोगों ने तो उन्हें माफ कर दिया है लेकिन अन्य सिखों की तरफ से उनके निलंबन और कार्रवाई की मांग की गई है। गुरुद्वारा बन्नो साहिब, जीटी रोड के प्रबंध समिति के सदस्य कंवलजीत सिंह मानू ने कहा कि विधायक सांगा ने धमकी दी है कि सिखों का इतिहास मिटा देंगे। जब मुगल और अंग्रेज इतिहास न मिटा सके और सिंघु बॉर्डर के आंदोलन पर सत्ताधीषों को माफी मांगनी पड़ी तो सांगा की धमकी से समाज डरने वाला नहीं है।
भाजपा आर्थिक प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय सह संयोजक सिमरनजीत सिंह ने बताया कि सांगा के ट्वीट से समाज में रोष था। उनके ट्वीट का आशय था कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए 1984 के सिख दंगों में तो कम उत्पीड़न हुआ, इस बार तो इतिहास मिटा देंगे। अब माफी मांगी तो व्यक्तिगत तौर पर मुझे लगता है कि माफ कर देना चाहिए। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह छाबड़ा ने कहा कि सांगा ने माफी मांगते हुए कहा है कि सिख समाज की इज्जत करता हूं तो माफ कर दिया है। उत्तर प्रदेश पंजाब अकादमी के उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह छाबड़ा ने कहा कि सांगा ने माफी मांग ली है तो अब विरोध कर सिख समाज को विघटित करने का काम नहीं होना चाहिए।
कल फुका था सिख समुदाय ने सांगा का पुतला
सिख समाज के खिलाफ ट्वीट कर धमकी देने के मामले में सिख समुदाय काफी आक्रोश में था। कल कानपुर में सिख समुदाय ने भाजपा विधायक का पुतला भी फुका था। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा था कि भाजपा विधायक सिख समुदाय को समाप्त करने की बात करते है, मगर सिख समुदाय को आज तक कोई खत्म नही कर पाया है। सिख समुदाय अपने धर्म और देश की रक्षा के लिए अपनी जान भी कुर्बान करने को तैयार रहते है।
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