संजय ठाकुर
आजमगढ़। जनपद में बीते मई माह में जहरीली शराब से मित्तुपुर गांव में 30 से ज्यादा लोगों की मौत का गम अभी हल्का भी नही हुआ था कि एक और ज़हरीली शराब की घटना ने उस ज़ख्म को ताज़ा कर दिया है। मई में हुई घटना के बाद जिला प्रशासन अपनी नींद से जागा था और उसने अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ जमकर अभियान चलाया था। मगर कुछ वक्त के बाद ही अभियान पर धुल की परते जमने लगी।
आलम यह है कि आधा दर्जन से ज्यादा गांवों से मौत पर चित्कार ही सुनाई दे रही है। आक्रोशित ग्रामीणों ने माहुल कस्बे में चक्काजाम कर दिया है। जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। विधानसभा चुनाव के माहौल में अवैध शराब का कारोबार भी बढ़ गया है। अहरौला थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले नगर पंचायत माहुल स्थित देसी शराब की दुकान से रविवार की शाम बेची गई शराब जहरीली मिली है। उसे पीने के बाद अब तक सात लोगों की मौत की सूचना है। तो वहीं 12 से ज्यादा लोग अलग-अलग अस्पतालों में जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं।
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