आफताब फारुकी
फतेहपुर। गाजीपुर थाना क्षेत्र के वलीपुर गांव में युवती की हत्या कर शव फेंकने के मामले में पुलिस ने जब गहराई से छानबीन करके आरोपी को गिरफ्तार किया तो बांदा के रहने वाले दो सगे भाइयों ने पुलिस को जो हत्या के प्रकरण में बताया वह वाकई काफी खौफनाक और शातिराना अंदाज़ को बयान करता है। कई इलेक्ट्रोनिक साक्ष्यो के बुनियाद पर पुलिस ने दोनों सगे भाइयो को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहा से अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। जब पूर्वांचल में चुनावी जोर था उस समय रविवार पुलिस लाइन में जाफरगंज सीओ संजय सिंह ने इस खौफनाक वारदात का खुलासा किया।
क्षेत्रधिकारी संजय सिंह ने बताया कि अभिमन्यु और अनीता की दोस्ती फेसबुक से हुई थी। जो प्रेम प्रसंग में बदल गई। अनीता शादी के लिए पिछले तीन माह से अभिमन्यु पर दबाव बना रही थी और वह अनीता को टरका रहा था। कई बार अभिमन्यु के घर भी अनीता पहुंच जाती थी। तब अभिमन्यु ने छोटे भाई अमित के साथ मिलकर अनीता की हत्या करने की योजना बनाई। 17 फरवरी की शाम अभिमन्यु ने अनीता को घर बुलाया। जहां अभिमन्यु ने अनीता से फतेहपुर में कोर्ट मैरिज करने की बातचीत की। करीब रात नौ बजे अभिमन्यु, अमित और अनीता ट्रैक्टर से फतेहपुर को निकले। करीब रात दो बजे गाजीपुर थाने के वलीपुर गांव के पास अभिमन्यु ने शौच के बहाने ट्रैक्टर रोका। इसके बाद ईंट से अनीता पर दोनों भाइयों ने हमला किया। वह बेहोश होकर गिर पड़ी। इसके बाद दो बार अनीता पर ट्रैक्टर चढ़ाकर भाग निकले थे।
पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ट्रैक्टर बरामद कर लिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार मृतका अनीता के घर वालों को उसके अभिमन्यु से प्रेम संबंध होने की जानकारी थी। अभिमन्यु ने फेसबुक पर अजीत नाम से आईडी बनाई थी। उसी आईडी के जरिये अनीता की उससे जान-पहचान हुई थी। पुलिस ने साक्ष्य के तौर पर फेसबुक आईडी के स्क्रीन शॉट, फोन नंबर पर बातचीत का सीडीआर इकट्ठा किया है। सीडीआर से दोनों के नंबरों पर अक्तूबर 2021 से काफी बातचीत होने का पता लगा है। हत्यारोपी अभिमन्यु ने कबूल किया कि अनीता उसके पीछे पड़ गई थी। वह अक्सर घर आ जाती थी। यह बात पूरे गांव में फैल गई थी। गांव में परिवार की बदनामी होने लगी थी। अनीता तीन माह पहले उससे मिलने के लिए इंदौर भी पहुंची थी। मामला परिवार का होने के कारण भाई का अमित ने साथ निभाया। अभिमन्यु इंदौर में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था।
वही करीब सात साल से अनीता शहर के आबूनगर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। अनीता की 17 फरवरी की शाम मां से बातचीत भी हुई थी। जिसमें अनीता ने मां को अभिमन्यु से मिलने जाने की बात बताई थी। इसके बाद से अनीता का मोबाइल बंद हो गया। दूसरे दिन भी अनीता की परिजनों से बातचीत नहीं हुई। तब उन्होंने अभिमन्यु को बार-बार फोन करके अनीता के बारे में पूछा। वह अनीता के घर आने की बात नकारता रहा और खुद भी खोजबीन करने का नाटक करता रहा। कई दिन बाद अभिमन्यु ने एक शव वलीपुर गांव में मिलने की बात परिजनों को बताई। जिसके बाद परिजन गाजीपुर थाने पहुंचे।
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