तारिक़ खान
कोहिमा: नागालैंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव हेतु दो दिन पहले ही मणिपुर में भाजपा की सहयोगी पार्टी एनपीएफ अध्यक्ष ने पत्रकारों से कहा था कि उनकी पार्टी राज्य में अकेले चुनाव लड़ेगी। मणिपुर में भाजपा की सहयोगी पार्टी को नागालैंड में एक ज़ोरदार झटका लगा है जब उसके पार्टी के 21 विधायको ने एक साथ पार्टी छोड़ सत्तारूढ़ दल एनडीपीपी में शामिल हो गये है। बताते चले कि पांच विधायकों वाली एनपीएफ पड़ोसी राज्य मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की सहयोगी है। बीरेन सिंह के नेतृत्व वाले 12 सदस्यीय मंत्रिपरिषद में पार्टी के दो मंत्री भी हैं।
विधानसभा में एनपीएफ के पास अब चार विधायक हैं जबकि भाजपा के पास 12 और दो निर्दलीय विधायक हैं। नागालैंड विधानसभा अध्यक्ष शरिंगेन लॉन्गकुमार ने एक आदेश में कहा कि उन्हें एनपीएफ विधायक दल के 21 सदस्यों के एनडीपीपी में विलय का दावा प्राप्त हुआ है। उन्होंने एनपीएफ विधायकों के पार्टी बदलने के फैसले को स्वीकार कर लिया है।
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