National

महाराष्ट्र सियासी संकट: बोले उद्धव ठाकरे, अपने लोगो ने घोपा पीठ में छुरा, मैं कोई सत्तानाट्य नही कर रहा

तारिक़ खान
महाराष्‍ट्र के सियासी संकट में बागी गुट के मजबूत होने के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार, अजित पवार और अन्‍य एनसीपी नेता, सीएम उद्धव ठाकरे के घर मिलने के लिए पहुंचे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को अपनी पार्टी की एक बैठक में एक बहादुर चेहरा पेश किया क्योंकि शिवसेना के एक और विधायक गुवाहाटी में विद्रोही खेमे में शामिल हो गए, जिसके बारे में माना जाता है कि पहले से ही नियंत्रण करने के लिए पर्याप्त सदस्य हैं।
सीएम उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को पार्टी के जिला प्रमुखों की बैठक में भावुक संबोधन दिया। शिवसेना में आई दोफाड़ की स्थिति के बीच उन्‍होंने कहा कि आप पेड़ के फूल फल और टहनी ले जा सकते हैं लेकिन  जड़े नहीं नहीं तोड़ सकते।”उन्होंने कहा, “मर जाएँगे फिर भी शिवसेना नहीं छोड़ेंगे, ये कहने वाले आज भाग गये।”उद्धव ठाकरे ने कहा, “जो छोड़ गये उनके लिए मुझे बुरा क्यों लगे, मैं कोई भी सत्तानाट्य नहीं कर रहा हूं।”

उद्धव ठाकने ने कहा है कि कांग्रेस और एनसीपी आज हमारा समर्थन कर रहे हैं। शरद पवार और सोनिया गांधी ने हमारा समर्थन किया है लेकिन हमारे अपने लोग पीठ में में छुरा घोंप रहे। हमने ऐसे लोगों को टिकट दिया जो जीत नहीं सकते थे। हमने उन्‍हें विजयी बनाया लेकिन उन लोगों ने आज हमारी पीठ में छुरा घोंपा है।

शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मीडिया को बताया, “वे महाराष्ट्र के बेटे है. वे उन्हें धमकी दे रहे हैं। पीएम मोदी और अमित शाह, क्या आपने सुना? आपके मंत्री शरद पवार को धमकी दे रहे हैं – क्या आप ऐसी धमकियों का समर्थन करते हैं? महाराष्ट्र जानना चाहता है।” राउत ने एकनाथ शिंदे खेमे द्वारा की जा रही शक्ति प्रदर्शन को भी कम आंका और कहा, “उनके नंबर केवल कागजों पर हैं। शिवसेना एक बड़ा सागर है, ऐसी लहरें आती हैं और जाती हैं।”
इधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार (एमवीए) के भाग्य का फैसला विधानसभा में होगा और शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन विश्वास मत में बहुमत साबित करेगा। सियासी संकट के बीच पवार ने यह भी कहा कि बीजेपी ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार के समक्ष उत्पन्न संकट में भूमिका निभाई है।
pnn24.in

Recent Posts

शम्भू बॉर्डर पर धरनारत किसान ने सल्फाश खाकर किया आत्महत्या

तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…

11 hours ago

वर्ष 1978 में हुवे संभल दंगे की नए सिरे से होगी अब जांच, जाने क्या हुआ था वर्ष 1978 में और कौन था उस वक्त सरकार में

संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…

13 hours ago