गोवाहाटी में मौजूद शिवसेना के बागी विधायको से बोले उद्धव “मुम्बई लौट के आइये, और मुझसे बात करिए..”
मो0 कुमेल
शिवसेना में बागी एकनाथ शिंदे गुट और ठाकरे कैंप में अदालती लड़ाई के बीच एक बार फिर नरमी का रुख दिखाई पड़ा है। गुवाहाटी में मौजूद बागी विधायकों से उद्धव ठाकरे ने कहा है, “मुंबई लौटकर आइए, और मुझसे बात कीजिए।” ठाकरे का बयान शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे द्वारा गुवाहाटी में डेरा डाले हुए कुछ विधायकों के नामों का खुलासा करने की पार्टी को चुनौती देने की पृष्ठभूमि में आया है, जो कथित तौर पर पार्टी नेतृत्व के संपर्क में हैं।ठाकरे ने कहा, अगर आप वापस आते हैं और मुझसे बात करते हैं तो कोई रास्ता निकलेगा। पार्टी अध्यक्ष और परिवार के प्रमुख के रूप में मुझे अब भी आपकी परवाह है।
इससे पहले दोनों पक्षों के बीच शुरुआती दौर की वार्ता के बाद ही गतिरोध आ गया था। शिवसेना के बागी विधायक की संख्या करीब 40 है और उनके साथ करीब 10 निर्दलीय विधायक भी हैं। उद्धव ठाकरे के एक सहयोगी ने मुख्यमंत्री के बयान का हवाला देते हुए कहा, अभी बहुत देर नहीं हुई है। मैं आपसे अपील करता हूं कि आप वापस आएं और मेरे साथ बैठें तथा शिवसैनिकों और जनता के बीच बने भ्रम जो आपके कार्यों से पैदा हुआ है को दूर करे।
शिवसेना विधायक वैभव नायक ने कहा, उद्धव जी जो बोल रहे हैं, वो सच बोल रहे हैं। कई विधायक और विधायकों के परिवार उद्धव जी के साथ हैं। साथ ही जो विधायकों को चुनकर देते हैं, वो भी उद्धव जी के साथ हैं। पिछले सात आठ दिनों में इन सभी लोगों ने उद्धव जी पर विश्वास दिखाया है। शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे मंगलवार को पहली बार गुवाहाटी में होटल से बाहर पत्रकारों से आकर मिले। उन्होंने कहा कि हम हिन्दुत्व और बालासाहेब ठाकरे के विचारों की राह पर हैं और हम अभी शिवसैनिक हैं। शिवसेना के बागी गुट के नेता शिंदे के मुंबई जाने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार शाम महा विकास अघाड़ी सरकार की कैबिनेट बैठक बुलाई है, इस बैठक में तीनों दल शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी मिलकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। इससे पहले उद्धव सोमवार को एनसीपी और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से भी मुलाकात कर चुके हैं। इस बीच भाजपा ने भी अपने गतिविधियों को तेज़ किये हुवे है। महाराष्ट्र में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस भी दिल्ली पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ उनकी मुलाकात हो सकती है।