बिल्थरारोड(बलिया): जनप्रतिनिधि और अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार होकर अपनी बदहाली पर आंसू बहाता एएनएम सेन्टर
उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड(बलिया)। लगभग डेढ़ दशक पूर्व समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सीयर क्षेत्र के चन्दाडीह में लाखों रूपये से बना एएनएम सेन्टर जनप्रतिनिधि और अधिकारियों की उपेक्षा के चलते अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है। इस सेन्टर पर सम्बन्धित एएनएम कभी भी नही आती है। खिड़की और दरवाजे टूटे पड़े है। आवारा पशुओं का अड्डा बन गया है। इस एएनएम सेन्टर का निर्माण वर्ष 2008 में तत्कालीन बसपा सरकार में कराया गया। उस समय इसी गांव के रहने वाले केदारनाथ वर्मा बसपा से सीयर विधानसभा से विधायक थे।
इस एएनएम सेन्टर के निर्माण के समय क्षेत्रीय लोगो व ग्रामीणों में आस जगी की अब प्रसूता महिलाओं को दवा और प्रसव के लिए 15 किलोमीटर दूर सीएचसी सीयर नही जाना पड़ेगा। किन्तु इसके निर्माण के बाद कभी भी यहाँ पर नियुक्त एएनएम और स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी नही आता है। सिर्फ कागजों में ही ये कर्मचारी नियुक्त है। जिसके चलते सम्बन्धित क्षेत्र की गांवो की महिलाओं को दवा व प्रसव हेतु 15 किलोमीटर दूर सीएचसी सीयर या सिकन्दरपुर जाना पड़ता है। कभी-कभी महिलाओं की तबियत ज्यादा खराब होने पर समय से नही पहुँच पाने से मौत भी हो चुकी है।
सम्बन्धित अधिकारियों की मिलीभगत से एएनएम सेन्टर पर कोई कर्मचारी नही आने से इलाज या प्रसव के लिए महिलाओं को दूर जाने दुष्वारियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत सम्बन्धित अधिकारी से कई बार की गई किन्तु करवाई का खोखला आश्वासन देकर कोई ध्यान नही दिया गया। आज लाखों रुपये खर्च करने के बाद अधिकारियों की लापरवाही के चलते इस एएनएम सेन्टर अपनी बदहाली को खुद बा खुद बया कर रहा है। खिड़कियां और दरवाजे टूटे हुए है।कमरे में लगे पंखे भी गायब है। दिवाल और प्रांगण में लम्बी- लम्बी घाँसे उगी हुई है। लगभग 14 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक कोई जनप्रतिनिधि या स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा ध्यान दिया गया। जिसके चलते लोगो को घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।